साइबर क्राइम: 2 नकली पुलिस अधिकारी मुंबई से गिरफ्तार, पौने दो सौ से ज्यादा खाताधारकों को भेजे थे फर्जी मेल
- रकम मिलने पर खाता ‘अनफ्रीज’ का मेल भेजते थे
- 2 नकली पुलिस अधिकारी मुंबई से गिरफ्तार
- मलाड और मुलुंड से पकड़कर नागपुर लाया
डिजिटल डेस्क, नागपुर. दो साइबर ठगों को मुंबई से गिरफ्तार कर नागपुर लाया गया है। इन ठगों ने नागपुर की ब्रांच मैनेजर सहित कई लोगों को फर्जी साइबर पुलिस के नाम चूना लगाया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को अदालत से रिमांड पर लिया है।
बैंक के सहायक प्रबंधक को भेजा मेल
दत्तवाड़ी निवासी श्वेता कुमार त्रिलोचन पाणिग्रही (36), आईसीआईसीआई बैंक में सहायक प्रबंधक हैं। उन्हें खाता फ्रीज होने का मेल साइबर थाना नागपुर से आया था। बेवजह खाता फ्रीज करने का मेल देखकर वह परेशान हो गया। उसने मेल साइबर विभाग को भेज दिया। जांच-पड़ताल के दौरान मेल आईडी में ‘डोमेन गर्वे. इन’ होने से पुलिस को शक हुआ। प्रकरण दर्ज कर साइबर पुलिस ने पड़ताल शुरू की।
मलाड और मुलुंड से पकड़कर नागपुर लाया
जांच में पता चला कि, आरोपी प्रद्युम्न अनिल सिंह, मलाड ईस्ट, आजाद चाल रूम नं.-26 और शुभम पितांबर साहू, मुलुंड वेस्ट, इंदिरा नगर निवासी ने बनाया है। उनकी लोकेशन प्राप्त कर सहायक निरीक्षक मारुति शेलके आरोपियों की तलाश में टीम के साथ मुंबई रवाना हुए और स्थानीय पुलिस की मदद से दबिश देकर दोनों आरोपियों को दबोच लिया और गिरफ्तार कर नागपुर लाया है। प्रारंभिक पूछताछ पता चला है कि, अभी तक आरोपियों ने मुंबई साइबर टीम के पुलिस अधिकारी बनकर विविध सरकारी और गैर सरकारी बैंकों व खातेधारकों को फोन कर डराया और धमकाया। अलग-अलग कारण बताकर उनके खाते फ्रीज करने की झूठी जानकारी दी और उनसे लाखों की रकम खाते मेें जमा करवाई। अभी तक पौने दो सौ से ज्यादा खाताधारकों फर्जी मेल करने का पता चला है।
रकम मिलने पर खाता ‘अनफ्रीज’ का मेल भेजते थे
आरोपी ठगी की रकम वे पहले किसी और खाते में और बाद में खुद के खाते में ट्रांसफर करते थे। रकम िमलने के बाद खाता अनफ्रीज होने का मेल करते थे। अदालत में पेश कर आरोपियों को पुलिस की रिमांड पर लिया गया है। उपायुक्त निमित गोयल, सहायक उपायुक्त डॉ. अभीजीत पाटील के मार्गदर्शन में निरीक्षक अमित डोलस, मारुति शेलके, अमोल देशमुख, विजय भिसे, रोहित मटाले, सुशील चंगोले आदि मामले की जांच-पड़ताल कर रहे हैं।