विधानमंडल का सत्र: नागपुर में 10 दिनों तक चलेगा शीतकालीन अधिवेशन, 7 दिसंबर से शुरू होगा
- 7 दिसंबर से शुरू होगा विधानमंडल का सत्र
- विपक्ष ने की तीन सप्ताह तक अधिवेशन चलाने की मांग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। नागपुर में होने वाला महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन अधिवेशन 10 दिनों का होगा। शीत सत्र की शुरुआत 7 दिसंबर से होगी। जबकि सत्रावसान 20 दिसंबर को होगा। इस 14 दिवस की अवधि में 10 दिन सदन का कामकाज चलेगा। जबकि शनिवार और रविवार होने के कारण 4 दिनों की छुट्टी रहेगी। बुधवार को विधानभवन में विधानमंडल के दोनों सदनों की कामकाज सलाहकार समिति की अलग-अलग बैठक हुई। इसमें शीतसत्र की अवधि और कामकाज की रूपरेखा पर मुहर लगाई गई। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोर्हे, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, राज्य के संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटील सहित कामकाज सलाहकार समिति के सदस्य मौजूद थे।
शीतसत्र के पहले दिन 7 दिसंबर को दोनों सदनों में साल 2023-24 की पूरक मांगों का प्रस्ताव पेश किया जाएगा। पूरक मांगों के प्रस्ताव पर 11 दिसंबर से सदन में चर्चा शुरू होगी। विधानमंडल के दोनों सदनों की कामकाज सलाहकार समिति की अगली बैठक नागपुर में 19 दिसंबर को होगी।
पत्रकारों से बातचीत में विधानसभा में नेता विपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि राज्य के किसान बेमौसम बारिश के कारण संकट में हैं। हमें सदन में सरकार के कई मंत्रियों के भ्रष्टाचार, बेरोजगारों, आदिवासी और दलितों पर हो रहे हमले सहित विदर्भ के कई मुद्दों पर चर्चा करनी है। इसलिए हमने बैठक में शीत सत्र की अवधि 2 सप्ताह के बजाय कम से कम 3 हफ्ते का करने की मांग की। इससे सदन का कामकाज 10 के बदले 15 दिनों तक चल सकता था। सरकार शीतसत्र का समय बढ़ाने के लिए तैयार नहीं हुई। शीत सत्र के लिए 10 दिन की अवधि बहुत कम है। सरकार सदन में चर्चा नहीं चाहती है। सरकार केवल टाइमपास करना चाहती है। सरकार ने नागपुर करार पर भी केवल अक्षत चढ़ाने का काम किया है।
किस साल कितने दिन चला शीत सत्र
साल दिन
2023 - 10 (प्रस्तावित)
2022 - 10
2021 - 5
2020 - 2
2019 - 6
2018 - 8
2017 - 10