रेल सुविधाएं: डॉक्टर ऑन कॉल के तहत 60 दिन में 2019 यात्रियों को मिल चुका है समय पर इलाज
- नागपुर डिवीजन के 815 यात्रियों को मिला लाभ
- 60 दिन में 2019 यात्रियों को समय पर मिला इलाज
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय रेलवे में रोजाना औसतन ढाई करोड़ यात्री सफर करते हैं। इस सफर के दौरान कुछ यात्रियों को स्वास्थ्य मदद की आवश्यकता पड़ती है। यात्रा के दौरान चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति में यात्रियों की सहायता के लिए रेलवे ‘डॉक्टर ऑन कॉल' सेवा उपलब्ध कराती है। रेलवे की इस सेवा से मध्य रेलवे ने विगत 60 दिन में 2019 यात्रियों को समय पर डॉक्टरी सहायता उपलब्ध कराई है। इस सेवा से रेलवे ने कई यात्रियों की जान बचाई है तो कई महिला यात्रियों की समय पर डिलीवरी भी कराई है।
नागपुर डिवीजन के 815 यात्रियों को मिला लाभ
- मध्य रेलवे से मिले आंकड़ों के अनुसार 1 जून से 31 जुलाई 2024 तक मध्य रेलवे के पांच डिवीजन में रेल सफर के दौरान 2019 यात्रियों को मेडिकल सहायता की जरुरत पड़ी।
- इनमें से मुंबई डिवीजन - 84, सोलापुर डिवीजन - 236, पुणे डिवीजन - 297, भुसावल डिवीजन - 587, नागपुर डिवीजन -815 यात्रियों को समय पर डॉक्टर ऑन कॉल की मेडिकल सेवा उपलब्ध कराई गई।
- ऐसे लें ट्रेन में चिकित्सा सेवा का लाभ : यात्रा के दौरान चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति में ‘यात्री रेल' की मदद से या ट्रेन कंडक्टर/यात्रा टिकट परीक्षक या ट्रेन प्रबंधक से संपर्क करके अगले स्टेशन पर ट्रेन में डॉक्टरी सेवाओं की मदद ले सकते हैं। इसमें रेलवे का संबंधित विभाग अगले स्टेशन के प्रबंधक को संदेश भेजता है, जहां डॉक्टर समेत चिकित्सा टीम सहायता के लिए तैयार रहती है।
- सीने में दर्द, बची जान : ट्रेन संख्या 22114 कोचुवेली-एलटीटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे एक यात्री को मडगांव से एलटीटी के बीच सीने में दर्द की शिकायत हुई। उसके परिजनों ने ‘रेल मदद' के जरिए मदद मांगी। एलटीटी के उप स्टेशन अधीक्षक ने मेडिकल टीम के साथ यात्री को समय पर नजदीकी अस्पताल पहुंचने में मदद की। इससे यात्री की जान बचा ली गई।
- गूंजी किलकारी : ट्रेन संख्या 12293 एलटीटी-प्रयागराज दुरंतो एक्सप्रेस के टिकट चेकिंग स्टाफ ने 3 अप्रैल 2024 को एक यात्री की मदद से एक महिला को ट्रेन में ही बच्चे को जन्म देने में मदद की।
स्वप्निल निला, सीपीआरओ, मध्य रेलवे के मुताबिक चलती ट्रेन में यदि किसी यात्री को डॉक्टरी मद द की जरूरत पड़ती है तो वह रेल मदद या अन्य किसी माध्यम से रेलवे को सूचित कर ट्रेन में चिकित्सा सुविधा प्राप्त कर सकता है। यदि किसी यात्री को अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता महसूस होती है तो उसे एडमिट करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है।