राजनीति: शिंदे गुट के विधान परिषद के विधायकों की अयोग्यता के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएगा उद्धव गुट
विधान परिषद की उपसभापति पर तीन विधायकों की अयोग्यता पर कोई फैसला नहीं लेने का आरोप
सोमदत्त शर्मा, मुंबई । शिवसेना (शिंदे) विधायकों की अयोग्यता का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। उद्धव गुट ने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर पर विधायकों की अयोग्यता के मामले में फैसला न लेने का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अब एक बार फिर उद्धव गुट विधान परिषद के विधायकों की अयोग्यता को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है। पूर्व मंत्री एवं शिवसेना (उद्धव) विधायक अनिल परब ने विधान परिषद की उपसभापति पर तीन विधायकों की अयोग्यता पर कोई फैसला नहीं लेने का आरोप लगाया है। परब का कहना है कि बहुत जल्द वह इस मामले में भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने वाले हैं।
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने जब शिंदे गुट के 16 विधायकों की अयोग्यता के मामले में कोई फैसला नहीं सुनाया तो उद्धव गुट ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिस पर इसी सप्ताह सुप्रीम कोर्ट विधानसभा अध्यक्ष की कार्रवाई पर सवाल उठ चुका है। अब शिंदे गुट के तीन विधान परिषद के विधायकों मनीषा कायंदे, उपसभापति नीलम गोर्हे और विप्लब बजोरिया पर पार्टी विरोधी गतिविधियों मंम शामिल होने पर उद्धव गुट ने कार्रवाई की मांग उपसभापति के पास की थी, क्योंकि विधान परिषद में सभापति का पद खाली है। हालांकि यह सवाल बना हुआ था कि जब उपसभापति नीलम गोर्हे पर कार्रवाई की सिफारिश उनके ही पास की गई तो फिर इस बारे में फैसला कैसे होता।
अनिल परब ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि उद्धव गुट ने शिंदे गुट में शामिल तीनों विधायकों को अयोग्य करार देने के लिए उपसभापति के पास दो बार याचिका दाखिल की है लेकिन अभी तक उपसभापति ने इसको लेकर कोई फैसला नहीं लिया है। परब ने कहा कि अगर उपसभापति ने इन तीनों विधायकों की अयोग्यता पर सुनवाई शुरू नहीं की तो वह 30 अक्टूबर के बाद इन तीनों विधायकों की अयोग्यता के मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे।
महाकाली मंदिर में राहुल नार्वेकर ने अपने लिए सदबुद्धि की मन्नत मांगी
विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर गुरुवार को चंद्रपुर के महाकाली मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे। नार्वेकर से जब शिंदे गुट के विधायकों की अयोग्यता के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि वह महाकाली मंदिर में माता से आशीर्वाद लेने आए हैं। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है लिहाजा वह इस बारे में कुछ बात करना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि मैंने देवी मां से आशीर्वाद मांगा है कि महाराष्ट्र को न्याय देने के लिए मुझे सद्बुद्धि मिले।