परियोजना: महाराष्ट्र से गुजरात नहीं जाएगा कोकण में बनने वाली पनडुब्बी पर्यटन - एकनाथ शिंदे
- उद्धव गुट ने परियोजना के गुजरात जाने का दावा किया था
- गुजरात नहीं जाएगी कोकण में बनने वाली पनडुब्बी पर्यटन परियोजना
डिजिटल डेस्क, मुंबई. राज्य में स्थापित होने वाली पहली पनडुब्बी पर्यटन परियोजना को सिंधुदुर्ग से गुजरात स्थानांतरित करने के विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि मैं राज्य के नागरिकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि विपक्ष के लोग फर्जी खबरों को फैलाने का काम कर रहे हैं। लिहाजा इस तरह की खबरों पर राज्य की जनता विश्वास न करे। शिंदे ने कहा कि यह हमारे राज्य का प्रोजेक्ट है और राज्य से बाहर कहीं भी नहीं जाएगा। शिवसेना (उद्धव) विधायक वैभव नाईक ने पनडुब्बी पर्यटन परियोजना के गुजरात शिफ्ट होने की बात कही थी।
शनिवार को वैभव नाईक ने आरोप लगाया कि सिंधुदुर्ग में पनडुब्बी पर्यटन परियोजना को गुजरात ले जाने की तैयारी हो चुकी है। इसके बाद इस पर राजनीति भी शुरू हो गई। नाईक ने कहा कि कोकण में इस परियोजना के स्थापित होने से सिंधुदुर्ग जिले के वेंगुर्ले में पर्यटन को बढ़ावा मिलता, लेकिन इससे पहले ही यह परियोजना दूसरी परियोजनाओं की तरह गुजरात चली गई है। नाईक ने कहा कि महाविकास आघाडी सरकार के दौरान सिंधुदुर्ग में इस पनडुब्बी परियोजना के लिए बजट में प्रावधान किया गया था। नाईक के आरोपों पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्ष के लोग सिर्फ फर्जी खबरें फैला रहे हैं। इनमें कोई सच्चाई नहीं है। पनडुब्बी पर्यटन परियोजना का काम बहुत जल्द सिंधुदुर्ग में ही शुरू होने वाला है।
क्या है पनडुब्बी परियोजना?
पनडुब्बी पर्यटन परियोजना अरब सागर में सिंधुदुर्ग जिले के वेंगुर्ले में प्रस्तावित है। आमतौर पर पनडुब्बी में 20 से 25 लोग बैठकर समुद्र के अंदर जा सकते हैं और समुद्र के अंदरूनी हिस्से को देख सकते हैं। कोकण में सबसे ज्यादा रंग बिरंगी मछलियां और समुद्र के अंदर की अनोखी दुनिया वेंगुर्ले के रॉक में है। इसके साथ ही तारकर्ली में स्कूबा सेंटर भी है जो राज्य में स्कूबा डाइविंग के लिए जाना जाता है। अब स्कूबा के माध्यम से पर्यटक समुद्र के नीचे की दुनिया भी देख सकेंगे। इससे राज्य में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिल सकता है. संजय राऊत ने फडणवीस को लिखा पत्र, फोरेंसिक लैब में डीएनए टेस्ट की किट नहीं हैं
शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर राज्य की फोरेंसिक प्रयोगशाला में डीएनए टेस्ट के लिए इस्तेमाल की जाने वाली किट नहीं होने की बात कही है। राऊत ने सोशल मीडिया "एक्स" के जरिए जारी किए पत्र में लिखा है कि राज्य में फोरेंसिक प्रयोगशाला में टेस्टिंग किट उपलब्ध नहीं है। पत्र में राऊत ने दावा किया है कि प्रयोगशाला में इस तरह की किट के न होने से हाई प्रोफाइल अपराधियों की मदद करने और सबूत मिटाने की बातें हो रही हैं। इन किट्स के नहीं होने के चलते विभाग की जांच प्रणाली पर असर पड़ सकता है।