नए साल किलकारियां: 5 अस्पतालों में जन्में 20 बच्चे, किसी को बेटियों की खुशी तो किसी को बेटों की खुशी मिली
- वाडिया अस्पताल में 5 बच्चे जन्में
- अधिकांश महिलाओं की हुई नार्मल डिलीवरी
डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान। नया साल शहर के कई परिवारों के लिए दोगुनी खुशियां लेकर आया। किसी को बेटी तो किसी को बेटे की प्राप्ति हुई। किलकारियों की इस सौगात से सरकारी अस्पतालों से लेकर पालकों तक खुशी का माहौल रहा। शहर के पांच विभिन्न अस्पतालों में रविवार रात 12 बजे के बाद सोमवार सुबह तक 20 बच्चों का जन्म हुआ है। जेजे अस्पताल की डीन डॉ. पल्लवी सापले ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा संचालित जेजे अस्पताल में सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक 4 बच्चों की किलकारियां गूंजी हैं। उन्होंने बताया कि यहां जन्मे सभी बच्चे लड़के हैं। जेजे के अलावा महिलाओं और बच्चों के लिए चर्चित कामा एंड अलब्लेस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. तुषार पालवे ने बताया कि रात 12 बजे के बाद से सुबह 7 बजे तक अस्पताल में चार बच्चों का जन्म हुआ है। इनमें से तीन लड़कियां है और एक लड़का है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष यहां 6 बच्चों का जन्म नए साल में हुआ था। यहां लड़के के जन्म की खुशियां पाई दादी रुकसाना बानो ने बताया कि उन्हें नए साल में पोते का तोहफा मिला है। उन्होंने अपने पोते का नाम साहिल अब्बास रखा है।
वाडिया अस्पताल में 5 बच्चे जन्में
बच्चों के इलाज के लिए चर्चित परेल स्थित वाडिया अस्पताल में भी नए साल की सुबह 8 बजे तक 5 महिलाओं का प्रसव सफलतापूर्वक डॉक्टरों ने कराया है। वाडिया अस्पताल में जन्में पांच बच्चों में से 4 दंपति को बेटियों की खुशियां मिली है और एक को बेटे की खुशी मिली है। वाडिया के अलावा मुंबई मनपा के नायर अस्पताल में भी 6 दंपति को बच्चों की खुशियां मिली है। अस्पताल के डीन डॉ. सुधीर मेढेकर ने बताया कि सभी जच्चा और बच्चा स्वस्थ है। मनपा के एक अन्य राजावाड़ी अस्पताल में रविवार रात 12 बजे के बाद एक बच्चे का जन्म हुआ है। यहां भर्ती एक दंपती को पुत्र की प्राप्ति हुई है।
अधिकांश महिलाओं की हुई नार्मल डिलीवरी
इन पांच अस्पताल में 20 बच्चों को जन्म देनेवाली अधिकांश महिलाओं की डॉक्टरों की नॉर्मल डिलीवरी कराई गई है। महज दो से तीन महिलाओं की सीजेरियन की गई है।