कोविड के बाद खुले स्कूल तो सबसे ज्यादा दोस्तों से मिलने को लेकर उत्साहित थे विद्यार्थी
- शिक्षकों से मिलने को लेकर भी थी उत्सुकता
- टिस और क्राई के संयुक्त सर्वे में हुआ खुलासा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संक्रमण के चलते लंबे समय तक बंद रहने के बाद जब देशभर के स्कूल खुले तो विद्यार्थियों में सबसे ज्यादा उत्सुकता अपने दोस्तों और शिक्षकों से मिलने को लेकर थी। टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस (टिस) और चाइल्ड राइट्य एंड यू (क्राई) के संयुक्त सर्वे में यह खुलासा हुआ है। दोनों संस्थाओं ने मिलकर विद्यार्थियों की राय जानी तो पता चला कि देशभर के 72.4 फीसदी विद्यार्थी अपने सहपाठियों और 61.6 फीसदी शिक्षकों से आमने-सामने मिलने को लेकर सबसे ज्यादा खुशी थी। 56 फीसदी बच्चों ने यह भी कहा कि अब ऑनलाइन पढ़ाई के मुकाबले अब उन्हें ज्यादा अच्छी तरीके से पढ़ाई का मौका मिलेगा। 89 फीसदी विद्यार्थियों ने दोस्तों के साथ ज्यादा समय बिताने को अपनी प्राथमिकता बताई। साथ ही 83.8 फीसदी ने अच्छी शिक्षा को भी साथ में रखा।
मैदान में खेलने और लाइब्रेरी में जाने को थे उत्साहित
विद्यार्थी स्कूल से जुड़ी सुविधाएं-खेल के मैदान, प्रयोगशाला, लाइब्रेरी जैसी सुविधा का लाभ फिर से मिलने को लेकर भी उत्साहित थे। स्कूल की दूसरी गतिविधियों में भी विद्यार्थियों की रुचि थी। शिक्षकों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया भी विद्यार्थियों जैसी ही थी। 71.4 फीसदी अभिभावकों ने स्कूल में पढ़ाई को बेहतर बताया। 63.6 फीसदी शिक्षकों ने कहा कि स्कूल खुलने के बाद विद्यार्थी दोस्तों की मदद ले पाएंगे और 61 फीसदी शिक्षकों ने कहा कि वे अब दोस्तों के साथ खेलकूद में समय बिता सकते हैं। परीक्षा के मामले में भी 80 फीसदी विद्यार्थियों ने ऑफलाइन परीक्षा को बेहतर बताया। साथ ही 67.8 फीसदी इस बात को लेकर चिंतित थे, कि क्या इस बार पाठ्यक्रम समय पर पूरा होगा।
प्रोफेसर शालिनी भरत, निदेशक व कुलगुरू, टीआईएसएस के मुताबिक कोविड के पहले, उसके दौरान और उसके बाद के विद्यार्थियों के अनुभव को समझने के लिए यह सर्वे किया गया। इसके जरिए विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर शोध पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। विद्यार्थियों पर कोविड के प्रभाव को समझने के लिए किया गया यह दूसरा रिसर्च था
पूजा मारवाह, मुख्य कार्यकारी, क्राई के मुताबिक यह रिपोर्ट विद्यार्थियों और शिक्षा व्यवस्था की पसंद-चुनौतियों को लेकर कई निष्कर्ष सामने लाती है। इसके जरिए हम सभी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए बेहतर माहौल सुनिश्चित कर सकते हैं
कैसे और कहां किया सर्वे
751 विद्यार्थियों के बीच किया गया सर्वे।
319 छात्र शामिल।
432 छात्राओं से भी पूछा।
5वीं से 12वीं के विद्यार्थियों ने दिए जवाब।
महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिम बंगाल, बिहार झारखंड, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मणिपुर, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों में किए गए सर्वे।
छात्रों-शिक्षकों ने बताया
72.4% छात्रों को अपने सहपाठियों से मिलने की खुशी।
61.6 % शिक्षकों से मिलने पर ज्यादा खुश।
56 % ऑनलाइन की अपेक्षा अब बेहतर पढ़ाई होगी।
89 % दोस्तों के साथ ज्यादा समय बिताना प्राथमिकता।
83.8 % अच्छी शिक्षा जरूर।
80 % ऑफलाइन परीक्षा बेहतर।
67.8 % पाठ्यक्रम समय पर पूरा होने को लेकर चिंतित।
71.4 % अभिभावकों ने स्कूल में पढ़ाई को बेहतर बताया।
63.6 % शिक्षकों ने कहा-छात्रों को दोस्तों की मदद मिलेगी।
61 % शिक्षकों ने कहा-दोस्तों के साथ खेलकूद में समय बिता सकेंगे।