सीआरजेड-2 में बनी झोपड़ियों के पुनर्वसन पर रिपोर्ट दो महीने में सौंपे- एकनाथ शिंदे
- 25 हजार झोपडी धारकों को होगा फायदा
- पुनर्वसन पर रिपोर्ट दो महीने में सौंपने के निर्देश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। तटीय नियंत्रण क्षेत्र (सीआरजेड- 2) की हद में आने वाले 25 हजार झोपडी धारकों का पुनर्वसन करने से पर्यावरण का क्या असर होगा? इसे बारे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई महानगरपालिका (मनपा) और झोपड़पट्टी पुनवर्सन प्राधिकरण (एसआरए) को जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही शिंदे ने इस मामले में यह रिपोर्ट दो महीने में सौंपने को कहा है। शिंदे ने कहा ये रिपोर्ट आने के बाद इसे केंद्रीय पर्यावरण विभाग को सौंपा जाएगा। विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान यह जानकारी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भाजपा सदस्य आशीष शेलार के प्रश्न के जवाब में दी।
शेलार ने गुरुवार को मुंबई के समुद्री किनारे बने 25 हजार झोपड़ियों के पुनर्विकास का मुद्दा उठाया था। इस पर हुई चर्चा के दौरान पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि सीआरजेड-2 में आने वाली झोपड़ियों के पुनर्विकास को लेकर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से चर्चा हुई है। केंद्रीय पर्यावरण विभाग ने राज्य सरकार को झोपड़ियों के पुनर्वास के लिए जांच करने को कहा है। मुंबई में समुद्री किनारों पर बने झोपड़ों को छोड़कर सभी का पुनर्वसन किया जा रहा है। शिंदे ने कहा कि सरकार चाहती है कि शहर के सभी नागरिकों का पुनर्वसन हो। इस चर्चा में सदस्य नाना पटोले, वर्षा गायकवाड़, मनीषा चौधरी और बच्चू कडू ने भाग लिया।