सराहनीय पहल: जरूरतमंद विद्यार्थियों को पढ़ाई-लिखाई में मदद, नोटबुक, कलम-पेंसिल उपलब्ध कराईं
- गणेशोत्सव में सामाजिक संस्था मिशन ग्रीन की सराहनीय पहल
- 2000 से ज्यादा जरूरतमंद विद्यार्थियों को नोटबुक, कलम-पेंसिल उपलब्ध कराईं
- विद्यार्थी, अध्यापक और अभिभावक भी कर रहे मदद
डिजिटल डेस्क, मुंबई। इस गणेशोत्सव दर्जनों मुंबईकरों ने मिलकर आर्थिक रूप से कमजोर 2000 से ज्यादा विद्यार्थियों को पढ़ाई-लिखाई में मदद का हाथ बढ़ाया है। ये बच्चे सरकारी और मुंबई मनपा के स्कूलों में पढ़ते हैं। इन्हें फीस नहीं देनी होती और किताबें भी मिल जातीं हैं। लेकिन नोटबुक, कलम, पेंसिल, समेत कई चीजें खरीदनी पड़ती हैं। गरीब अभिभावक यह खर्च भी नहीं वहन कर सकते। अच्छे स्कूलों में पढ़ने वाले कई विद्यार्थी और अभिभावक भी आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को पाठ्य-सामग्री मुहैया कराने में मदद कर रहे हैं।
कांदिवली स्थित ऑक्सफोर्ड इंग्लिश स्कूल की प्रिंसिपल दीपिका दास ने बताया कि सामाजिक संस्था मिशन ग्रीन ने आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए पहल शुरू की थी जिसे हमने अपने विद्यार्थियों और अभिभावकों के साथ साझा किया। इसके बाद उन्होंने दिल खोलकर मदद की और विद्यार्थियों के लिए नोटबुक समेत पढ़ाई लिखाई से जुड़ी काफी सामग्री उपलब्ध कराई। विद्यार्थियों और अभिभावकों ने कपड़े, खिलौने, खाने-पीने का सामान भी दान दिया। विद्यार्थियों की मदद के लिए सामग्री जुटाने में सिद्धार्थ नाकाई भी शामिल हैं। सिद्धार्थ ने बताया कि फिल्म और धारावाहिकों की शूटिंग के दौरान पढ़ाई-लिखाई के कई दृश्य होते हैं, जिनके लिए पाठ्य-सामग्री खरीदी जाती है। शूटिंग के बाद ये सामान किसी काम के नहीं रहते। इन्हें इकठ्ठा कर अब हम जरूरतमंद बच्चों में बांट देते हैं।
इससे बेहतर विकल्प नहीं
मिशन ग्रीन से जुड़े सुभजीत मुखर्जी ने बताया कि हमने सोशल मीडिया के जरिए इस गणेशोत्सव पर लोगों से डोनेट फॉर कॉज मुहिम से जुड़ने का आग्रह किया था। देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग आगे आए। भगवान गणेश बुद्धि के देवता हैं। गणेशोत्सव के दौरान जरूरतमंद विद्यार्थियों को पाठ्य-सामग्री दान करने से बेहतर कोई काम नहीं हो सकता।