जागरूकता: नशा छोड़ दूध के साथ नए साल के स्वागत के लिए लोगों को कर रहे प्रेरित

  • अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति राज्यभर में लोगों से कर रही अपील
  • नए साल का स्वागत
  • नई प्रेरणा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-01 10:41 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नए साल का जश्न मनाने वालों में बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जो शराब पीकर साल की शुरुआत करते हैं। महाराष्ट्र में भी साल दर साल शराब की खपत बढ़ती जा रही है। जश्न के दौरान शराब पीने के बढ़ते चलन को रोकने के लिए महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति प्रयासरत है। समिति की राज्यभर में फैली 250 से ज्यादा शाखाओं के सदस्य गांव से लेकर शहरों तक गली, नुक्कड़ चौराहों पर जाकर लोगों को शराब के बजाय दूध पीकर नए साल का स्वागत करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के प्रशांत पोतदार ने कहा कि सोशल मीडिया के प्रभाव के चलते बड़ी संख्या में युवा शराब पीकर नाचने गाने को ही नए साल का जश्न मनाने का तरीका समझते हैं। जबकि इससे न सिर्फ उनकी सेहत को नुकसान होता है बल्कि शराब पीकर बड़ी संख्या में लोग हादसों का भी शिकार होते हैं। इसीलिए हम खासकर युवाओं को दूध पीकर नए साल का स्वागत करने के लिए प्रेरित करते हैं। हम स्कूल, कॉलेज में जाकर भी युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए समझाते हैं और उन्हें बताते हैं कि दूध पीना उनके लिए किस तरह फायदेमंद हो सकता है।

पियो दूध और रहो फाइन

ठाणे के डोंबिवली इलाके में इसी तरह का जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने वाले गणेश चिंचोले ने कहा कि हम नो दारू, नो वाइन, दूध पियो और रहो फाइन के नारे के साथ लोगों से आग्रह किया कि वे शराब से दूर रहें। साथ ही लोगों को मसाला दूध भी बांटा गया। समिति से जुड़े उदय देशमुख के मुताबिक काम चुनौतीपूर्ण है लेकिन हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश करना चाहते हैं। अगर कुछ युवा भी हमारे प्रयासों के चलते शराब छोड़ दूध पीना शुरू करते हैं तो हम इसे बड़ी सफलता मानेंगे।

मुंबई में ही खप सकती है 7 हजार करोड़ की शराब

नए साल के जश्न के दौरान सिर्फ मुंबई में इस साल 7 हजार करोड़ रुपए की शराब बिक्री का अनुमान है। पिछले कई वर्षों से कोरोना संक्रमण से जुड़ी पाबंदियों के चलते लोग खुलकर जश्न नहीं मना पाए थे। इस बार राज्य सरकार ने भी होटल, पब, रेस्तरां को सुबह 5 बजे तक खुला रखने की छूट दे दी है।

शुरू किया ‘स्वच्छ माझा महाराष्ट्र’ अभियान

मुख्यमंत्री शिंदे ने ‘स्वच्छ माझा महाराष्ट्र’ अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने राज्य के सभी मनपा आयुक्तों, नगरपालिका के सीईओ और जिला अधिकारियों को इस पर अमल का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई में डीप क्लीनिंग मुहिम शुरू है। मुंबई मनपा ने एसओपी तैयार की है। उन्होंने जिला अधिकारियों को निर्देश दिया कि ग्राम पंचायत, नगर पंचायत सीमा के बाहरी क्षेत्रों में सफाई के लिए 'डीपीडीसी' निधि का इस्तेमाल करें।

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