लेटर सोशल मीडिया पर वायरल: जब शरद पवार ने जेल में बंद भुजबल के उपचार के लिए फडणवीस को लिखा था पत्र
सोशल मीडिया पर वायरल है पवार द्वारा लिखा पत्र
डिजिटल डेस्क, मुंबई । मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जिस समय राकांपा नेता छगन भुजबल जेल में बंद थे उस समय राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने तत्कालीन मुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक पत्र लिखा था जिसमें पवार ने भुजबल को जेल में चिकित्सा उपचार देने का अनुरोध किया था। अब यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पत्र में पवार ने फडणवीस से अनुरोध करते हुए लिखा था कि भुजबल की जेल में तबीयत ज्यादा खराब है लिहाजा उन्हें चिकित्सा उपचार देने की जरूरत है। यह पत्र उस समय वायरल हो रहा है जब कुछ दिन पहले ही केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा की गई सुनवाई के दौरान अजित गुट ने शरद पवार को तानाशाह बताया था।
छगन भुजबल को महाराष्ट्र सदन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने साल 2016 में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें मुंबई की आर्थर रोड जेल में रखा गया था। वायरल पत्र के अनुसार भुजबल की जेल में तबीयत खराब हो गई थी, जिसके बाद पवार ने खुद तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर उनका जेल में ही उपचार कराने का अनुरोध किया था। पवार ने पत्र में लिखा था कि भुजबल 71 वर्ष के हैं और बीमार हैं। इसलिए उन्हें उपचार की जरूरत है। कुछ दिनों पहले केंद्रीय चुनाव आयोग में राकांपा में हुई टूट के बाद सुनवाई हुई थी जिसमें अजित गुट के एक नेता ने पवार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए उन्हें तानाशाह करार दिया था। सूत्रों का कहना है कि अजित गुट द्वारा शरद पवार पर निशाना साधने के बाद शरद गुट ने यह पत्र जारी किया है। राकांपा (शरद) मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि यह जग जाहिर है कि जब छगन भुजबल जेल में बंद थे तो शरद पवार ने भुजबल की काफी मदद की थी।
धमकी के बाद भुजबल की सुरक्षा बढ़ाई गई : राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल मिली धमकी के बाद राज्य सरकार ने उनकी सुरक्षा बढ़ा दी है। गृह विभाग के अधिकारी ने रविवार को बताया कि भुजबल को जान से मारने की धमकियां मिली रही हैं। जिसके बाद उनकी सुरक्षा में इजाफा किया गया है। भुजबल के नाशिक और मुंबई के घरों पर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। भुजबल ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें धमकी भरे फोन और मैसेज मिलने का सिलसिला जारी है। उन्होंने कहा कि वो लगभग 100 से ज्यादा नंबरों को ब्लॉक लिस्ट में डाल चुके हैं।