फैसला: अब मदरसों की कक्षाएं होंगी स्मार्ट और डिजिटल, एमपीएससी की 25 अगस्त की परीक्षा टली

  • राज्य सरकार ने डॉ. जाकिर हुसैन मदरसा आधुनिकीकरण योजना का दायरा बढ़ाया
  • मदरसों की कक्षाएं होंगी स्मार्ट और डिजिटल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-22 16:41 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में मदरसों की कक्षाएं अब स्मार्ट और डिजिटल होंगी। मदरसों की कक्षाओं में स्मार्ट बोर्ड समेत प्रोजेक्टर लगाए जाएंगे। मदरसों में सौर ऊर्जा परियोजना लगाई जा सकेगी। मदरसों में बच्चों के लिए खेल सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी। राज्य सरकार ने डॉ. जाकिर हुसैन मदरसा आधुनिकीकरण योजना के दायरे को बढ़ाने का फैसला लिया है। फिलहाल मदरसा आधुनिकीकरण के लिए केवल 8 कामों पर योजना की राशि खर्च करने की अनुमति थी। लेकिन सरकार ने अब मदरसों की कक्षाओं में स्मार्ट बोर्ड सहित प्रोजेक्टर लगाने, डिजिटल पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने, खेल सामग्री की व्यवस्था करने, मदरसों के इमारत के नवीनीकरण व मरम्मत काम, पेयजल व्यवस्था, प्रयोगशाला सामग्री, साइंस किट समेत 12 कामों पर अनुदान की राशि खर्च की जा सकेगी। प्रदेश के अल्पसंख्यक विकास विभाग ने इस संबंध में संशोधित शासनादेश जारी किया है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर ' से बातचीत में बताया कि राज्य में धर्मादाय आयुक्त अथवा वक्फ बोर्ड में पंजीकृत मदरसों को आधारभूत सुविधा के लिए लगभग 10 लाख रुपए का अनुदान प्रदान किया जाता है। सरकार ने अब मदरसों में सुविधाएं बढ़ाने के लिए फैसला किया है। इससे मदरसों में बच्चों की पढ़ाई के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। अधिकारी ने बताया कि राज्य में लगभग 30 हजार पंजीकृत मदरसे हैं। सरकार की ओर से मदरसों को आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए 10 लाख रुपए का अनुदान दिया जाता है।

अब 75 अल्पसंख्यक विद्यार्थी पढ़ाई के लिए जा सकेंगे विदेश

प्रदेश सरकार ने अल्पसंख्यक समाज के विद्यार्थियों को स्नातकोत्तर और पीएचडी पाठ्यक्रमों के लिए दी जाने वाली छात्रवृत्ति योजना का संशोधित मापदंड़ लागू किया है। सरकार ने अब 27 के बजाय 75 विद्यार्थियों को विदेश में पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति देने का फैसला किया है। इससे स्नातकोत्तर और पीएचडी के लिए हर साल 75 विद्यार्थी विदेश में जा सकेंगे। सरकार ने छात्रवृत्ति के लिए अल्पसंख्यकों के विभिन्न समुदाय का साल 2011 की जनगणना के अनुसार कोटा भी निर्धारित किया है। इससे मुस्लिम समाज के 42, बौद्ध समाज के 21, क्रिश्चियन समाज के 4, जैन समाज के 4, पारसी समाज के 1, ज्यू समुदाय के 1 और सिख समाज के 2 विद्यार्थी विदेश में पढ़ने के लिए जा सकेंगे।

एमपीएससी की 25 अगस्त की परीक्षा टली

प्रदेश में अभ्यर्थियों के आंदोलन और विपक्ष के दबाव के चलते अब महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग (एमपीएससी) ने 25 अगस्त को आयोजित परीक्षा को टाल दिया है। एमपीएससी की ओर से परीक्षा की नई तारीख का ऐलान जल्द किया जाएगा। आईबीपीएस की परीक्षा की तारीख टकराने के कारण एमपीएससी को परीक्षा की तारीख टालने का फैसला लेना पड़ा है। गुरुवार को एमपीएससी की ओर से एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें 25 अगस्त को महाराष्ट्र राजपत्रित सिविल सेवा संयुक्त पूर्व परीक्षा को आयोजित करके परीक्षा को टालने का फैसला लिया गया। एमपीएससी की ओर से इस परीक्षा की नई तारीख का ऐलान जल्द किया जाएगा। दरअसल बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) की भी परीक्षा 25 अगस्त को होने वाली है। एमपीएससी ने भी 25 अगस्त को परीक्षा आयोजित किया था। इससे दोनों परीक्षाओं की तारीख टकराने के कारण अभ्यर्थियों ने एमपीएससी से परीक्षा को टालने की मांग की थी। इस मांग को लेकर मंगलवार से पुणे में आंदोलन कर रहे थे। इसके मद्देनजर उपमुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एमपीएससी से परीक्षा की तारीख को टालने का आग्रह किया था। मंगलवार को देर रात राकांपा (शरद) के अध्यक्ष शरद पवार ने अभ्यर्थियों के आंदोलन को समर्थन दिया था। उन्होंने कहा था कि एमपीएससी ने गुरुवार तक परीक्षा को नहीं टाला तो मैं खुद आंदोलन में हिस्सा लूंगा। हालांकि एमपीएससी ने परीक्षा को टाल दिया है।

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