Mumbai News: मुंबई में टोल खत्म करना है तो अटल सेतु पर टोल टैक्स हो खत्म - वर्षा गायकवाड़

  • टोल माफी के फैसले पर सत्ता पक्ष पर विपक्ष हमलावर
  • जीटी-कामा अस्पताल के नए मेडिकल कॉलेज में लगी पहली पाठशाला

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-14 16:52 GMT

Mumbai News : विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की शिंदे सरकार ने मुंबई में एंट्री करने वाले पांच टोल नाकों पर हल्के मोटर वाहनों के लिए टोल माफी की घोषणा की तो यह बात विपक्ष को नागवार गुजरी। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को दबाने के लिए और आगामी विधानसभा चुनाव में हार के डर से राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने राज्य सरकार की नियत पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार अगर वाकई में मुंबई में टोल खत्म करना चाहती है तो उसे अटल सेतु पर लगने वाले टोल टैक्स को खत्म करना चाहिए था। लेकिन सरकार ने टोल माफी कर अपने कांट्रेक्टर भाइयों की जेब भरने का काम किया है। राज्य सरकार में मंत्री दादा भुसे ने कहा कि मुंबई में एंट्री के समय दहिसर, आनंद नगर, वैशाली, एरोली और मुलुंड सहित पांच टोल प्लाजा थे जिन पर 45 रुपए से 75 रुपए वसूली जाते थे। लेकिन राज्य सरकार ने सोमवार आधी रात से ही इन सभी पांच टोल नाकों पर टोल में छूट देने का फैसला किया है। सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए शिवसेना (उद्धव) नेता अंबादास दानवे ने कहा कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में महायुति को राज्य की जनता ने जमीन दिखा दी थी। इसलिए ये लोग लोकलुभावन योजनाएं लाकर राज्य की जनता की दिशा भूल करना चाहते हैं। लेकिन जनता इन्हें चुनाव में जरूर सबक सिखाएगी। राकांपा (शरद) मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने कहा कि चुनाव के मौके पर लिए जा रहे फैसलों से यह साफ हो गया है कि महायुति ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। तपासे ने कहा कि राज्य की जनता समझदार है और वह महायुति सरकार द्वारा जल्दी-जल्दी में लिए जा रहे हैं फैसलों में नहीं फंसने वाली है।

जीटी-कामा अस्पताल के नए मेडिकल कॉलेज में लगी पहली पाठशाला

उधर मुंबई और अंबरनाथ सहित राज्य में 10 नए सरकारी मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन कॉलेज का ऑनलाइन उद्घाटन किया था। सोमवार को 50 एमबीबीएस सीट से शुरू हुए मुंबई के सरकारी जीटी अस्पताल-कामा हॉस्पिटल के मेडिकल कॉलेज की शुरुआत हुई। पहले दिन की कक्षा में एमबीबीएस के 42 विद्यार्थी हाजिर रहे। भावी डॉक्टरों कोमेडिकल कॉलेज व अस्पताल के डीन डॉ. जीतेंद्र संकपाल ने संबोधित किया। इस दौरान मेडिकल स्टूडेंट के अभिभावक भी मौजूद रहे। डॉ. संकपाल ने बताया कि पहले 14 दिन का फाउंडेशन कोर्स होगा, जिसमें इन स्टूडेंट को एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए तैयार किया जाएगा। इन्हें कॉलेज के शैक्षणिक माहौल से अवगत कराया जाएगा। इसके बाद 5 नवंबर से एमबीबीएस पाठ्यक्रम के मुताबिक पढ़ाई शुरू होगी।

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