Mumbai News: विधानसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले सरकार से मिली सौगात

विधानसभा चुनाव की आचार संहिता से पहले सरकार से मिली सौगात
  • मुंबई में प्रवेश के लिए हल्के वाहनों को मिली टोल माफी
  • कार, स्कूली और एसटी बसों को मिलेगी छूट
  • मंत्रिमंडल की बैठक में 19 फैसले को मंजूरी

Mumbai News महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने से ऐन पहले प्रदेश की शिंदे-फडणवीस-अजित सरकार ने मुंबई के लिए टोल माफी की सौगात दी है। सोमवार को राज्य मंत्रिमंडल ने मुंबई के पांचों प्रवेश मार्ग पर हल्के वाहनों को टोल माफी देने का फैसला लिया है। इससे कार, टैक्सी, जीप समेत अन्य हल्के वाहनों, स्कूल बस और एसटी बसों को मुंबई में प्रवेश करते समय टोल नहीं देना पड़ेगा। यह फैसला 14 अक्टूबर की मध्यरात्रि यानी सोमवार रात 12 बजे से लागू हो गया है। राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में 19 फैसले को मंजूरी दी गई।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने टोलमाफी के फैसले मास्टर स्ट्रोक करार दिया है। शिंदे ने टोल माफी के फैसले को "मुख्यमंत्री मेरा लाड़ला प्रवासी योजना' नाम दिया है। मंत्रिमंडल के फैसले के मुताबिक सायन पनवेल महामार्ग पर वाशी, लालबहादूर शास्त्री मार्ग पर मुलुंड (पश्चिम) चेकनाका, मुलुंड पूर्व के आनंदनगर, ईस्टर्न (पूर्व) एक्सप्रेस हाईवे पर ऐरोली पुल के पास, वेस्टर्न (पश्चिम) एक्सप्रेस हाईवे पर दहिसर टोल नाके पर हल्के वाहनों को पूरी तरह से टोल माफी लागू रहेगी। टोल माफी देने के कारण महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास महामंडल (एमएसआरडीसी) को दिए जाने वाले भरपाई के लिए राज्य की मुख्य सचिव सुजाता सौनिक की अध्यक्षता में समिति स्थापित की गई है।

ट्रैफिक जाम से भी मिलेगी मुक्ति : मंत्रिमंडल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई में एमएमआर क्षेत्र और महाराष्ट्र भर से लोग आते हैं। सरकार के इस फैसले से लाखों वाहन चालकों को टोल माफी का लाभ मिल सकेगा। इससे टोल नाकों पर ट्रैफिक जाम से मुक्ति भी मिलेगी। ईंधन और समय की बचत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कई सालों से मुंबई के प्रवेश द्वार पर वाहनों की होने वाली भीड़ के कारण टोल माफी की मांग हो रही थी। मैं जब विधायक था तो मैंने भी टोल माफी के लिए आंदोलन किया था और अदालत में भी गया था। इसलिए मुझे संतुष्टि है कि मेरे मुख्यमंत्री रहते यह फैसला लिया गया। टोल माफी के फैसले को लेकर शिवसेना (शिंदे) और मनसे के बीच श्रेय की लड़ाई भी शुरू हो गई है। जबकि विपक्ष के गठबंधन महाविकास आघाड़ी के घटक दलों ने टोल माफी को चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया फैसला बताया है।

इन टोल नाकों पर मिलेगी छूट

मुलुंड-पश्चिम (चेकनाका)

मुलुंड पूर्व (आनंदनगर)

दहिसर पूर्व

ऐरोली

वाशी

चुनावी जुमला नहीं, स्थायी फैसला है : मुंबई के पांचों प्रवेश द्वार पर टोल माफी का फैसला विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नहीं लिया गया है। यह कोई चुनावी जुमला नहीं है। टोल माफी का फैसला स्थायी है। -एकनाथ शिंदे, मुख्यमंत्री

मुंबई के टोल नाकों पर टोल माफी की मांग को लेकर मनसे के कार्यकर्ताओं ने प्रचंड संघर्ष किया था। आखिरकार सरकार ने टोल माफी का फैसला लिया है। यह एक तरीके से मनसे के आंदोलन की सफलता है। सरकार को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि टोल माफी का फैसला केवल चुनाव के लिए नहीं है। टोल वसूली के खेल में कितने लोगों ने संपत्ति जमा की है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। हालांकि मुझे उम्मीद नहीं है कि यह जांच होगी। -राज ठाकरे, मनसे अध्यक्ष

Created On :   15 Oct 2024 6:07 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story