नागपुर में बनावटी खाद की कोई शिकायत नहीं, 10 नमूनों की गुणत्ता मिली खराब
- खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए राज्य में जल्द ही डैशबोर्ड
- नागपुर में बनावटी खाद की कोई शिकायत नहीं
डिजिटल डेस्क, मुंबई. नागपुर जिले में बनावटी खाद की कोई शिकायत नहीं मिली है खाद के 1204 बिक्री केंद्रों की जांच की गई है जिनमें से 47 को खाद बेंचने से रोक दिया गया है। साथ ही विभाग ने जिले में खाद के 171 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 10 की गुणवत्ता खराब पाई गई। इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने यह जानकारी दी। साथ ही उन्होंने बताया कि खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए कृषि विभाग का भी डैशबोर्ड तैयार किया जाएगा जिसमें सभी तरह की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे किसानों के एक क्लिक पर खाद की उपलब्धता की जानकारी मिल पाएगी। भाजपा के मोहन मते, राकांपा (शरद गुट) के अनिल देशमुख आदि के सवाल के जवाब में मंत्री मुंडे ने बताया कि राज्यभर में खाद की गुणवत्ता की जांच की जा रही है। इसके लिए 1131 खाद निरीक्षक और 395 उड़नदस्ते बनाए गए हैं। राज्य में 46 हजार 527 खाद विक्रेता हैं जिनमें से 31 हजार 177 की जांच की गई है। 361 मामलों में खराब गुणवत्ता के चलते आरोपी के खिलाफ अदालती कार्रवाई शुरू की गई है और 252 मीट्रिक टन खाद जब्त करते हुए 246 लाइसेंस निलंबित और 53 रद्द किए गए हैं। 539 जगहों पर बिक्री बंद करने के आदेश दिए गए हैं और 17 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। राज्य में 688 खाद उत्पादक हैं जिनमें से 405 की जांच की गई है।
नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी योजना में पांच नए जिलों को शामिल किया जाएगा। पहले चरण में यह योजना 16 जिलों में लागू की गई थी। अब 21 जिलों में योजना व्यापक रुप से लागू की जाएगी। कृषिमंत्री धनंजय मुंडे ने प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में यह जानकारी दी। कांग्रेस के माधवराव पवार, राकांपा (शरद गुट) के राजेश टोपे, भाजपा की नमिता मूंदडा आदि सदस्यों के सवाल के जवाब में मंत्री मुंडे ने बताया कि दूसरे चरण के दौरान पहले चरण में जो काम अधूर रह गए हैं उन्हें भी पूरा किया जाएगा और बकाए का भी भुगतान किया जाएगा।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के साथ राष्ट्रीय कृषि यांत्रिकीकरण के लाभार्थियों को जल्द अनुदान
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और राष्ट्रीय कृषि यांत्रिकीकरण अभियान से जुड़े अनुदान का वितरण किया जा रहा है और बचे हुए लाभार्थियों को भी जल्द ही अनुदान दे दिया जाएगा। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस की प्रतिभा धानोरकर ने चंद्रपुर जिले में पात्र किसानों को अनुदान न मिलने से जुड़ा सवाल उठाया था जवाब में कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने बताया कि निधि की उपलब्धता के मुताबिक किसानों को अनुदान दिए जा रहे हैं।