Mumbai News: बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में खुलासा - सलमान वोहरा के खाते में अलग - अलग खातों से आए थे पैसे

  • देश के अलग अलग राज्यों से भेजे गए थे ये पैसे
  • मनी ट्रेल की कड़ियों को अब तक जोड़ नहीं पाई है क्राइम ब्रांच

Bhaskar Hindi
Update: 2024-12-03 16:57 GMT

Mumbai News : एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड मामले में एक और चौकाने वाला खुलासा सामने आया है। इस मामले में बाबा की हत्या में इस्तेमाल किये गए पैसों के मनी ट्रेल की जाँच में क्राइम ब्रांच के हाथ कई अहम् जानकारियां लगी हैं। क्राइम ब्रांच सूत्रों के मुताबिक गुजरात के आनंद में कर्नाटक बैंक में जो बैंक खाता आरोपी सलमान वोहरा के नाम से खोला गया था, उस खाते में पैसे भेजने के लिए बिष्नोई गैंग और शुभम लोनकर ने एक सनसनीखेज मोड्स ऑपरेंडी का इस्तेमाल किया था। इस खाते में एक जगह से नहीं,बल्कि अलग जगहों से पैसे डिपॉज़िट मशीन का इस्तेमाल करने के भेजे गए थे। सूत्रों के अनुसार देश के अलग-अलग राज्यों से डिपॉजिट मशीन का इस्तेमाल करने ६ लाख रुपये आरोपी वोहरा के नाम पर खोले गए खाते में डाले गए थे। बिश्नोई गैंग और शुभम लोनकर ने इसके लिए ऐसा शातिर तरीका अपनाया था, जिसके चलते क्राइम ब्रांच अब तक न तो मनी ट्रेल की कड़ियों को जोड़ पाई और न ही उन लोगों के बारे में उसे सुराग मिला है,जिन्होंने शुभम के कहने पर अलग-अलग जगहों से पैसे खाते में डाले थे।

क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कर्नाटक बैंक के खाते में पैसे भले ही शुभम लोनकर के कहने पर भेजे गए थे,लेकिन इसकी व्यवस्था अनमोल बिश्नोई ने की थी और देश के कई राज्यों में सक्रिय स्लीपर सेल ने यह पैसे वोहरा के नाम पर खोले गए खाते में डाले थे। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि खाते का इस्तेमाल और पैसे को आरोपियों के खाते में भेजने वाला आरोपी सुमित वाघ ने भी पूछताछ में इस बात की पुष्टि की है कि अलग-अलग जगहों से खाते में पैसे आये थे, लेकिन कहाँ से भेजे गए,उसे उसकी जानकारी नहीं और उसने सिर्फ उन पैसों को शुभम के कहने पर ट्रांसफर किया था। क्राइम ब्रांच को शक है कि यह पैसे महाराष्ट्र के अलावा पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों से भेजे गए थे,लेकिन इस सम्बन्ध में उसके पास कोई सुराग नहीं है। इसकी मुख्य वजह यही है कि वह मनी ट्रेल की कड़ियों को जोड़ नहीं सकी है, क्योंकि पैसे भेजने वाले स्लीपर सेल में शामिल लोग और शुभम लोनकर दोनों ही उसकी गिरफ्त से बाहर हैं। वोहरा के नाम पर जो बैंक खाता खोला गया था और सुमित ने उसका इस्तेमाल किया था,उनसे पूछताछ में भी क्राइम ब्रांच को ज्यादा सुराग नहीं मिल पाया है, क्योंकि उन्हें न तो बाबा की हत्या की साज़िश के बारे में जानकारी दी और न ही आरोपियों के बारे में। उन्हें ऐसा करने की एवज में पैसे मिले थे। क्राइम ब्रांच का दावा है कि वह जल्द ही न सिर्फ मनी ट्रेल की कड़ियों को जोड़ लेगी,बल्कि फरार आरोपी की गिरफ्त में होंगे।

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