मधुर भंडारकर ने कहा - कला के जादूगर थे नितिन देसाई, 22 सालों का साथ रहा, भुला नहीं पाएंगे

  • फिल्म को कला नितिन ने सिखाई
  • एनडी स्टूडियो में पहला सेट ‘ट्रैफिक सिग्नल'
  • ‘फैशन' के लिए 12 सेट, जेल के लिए असली जेल गए

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-04 13:28 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई, नीतू सिंह। कला निर्देशक नितिन देसाई का जाना एक दुखद घटना है। फिल्म जगत के लोग अब तक इस सदमे से उबर नहीं पाए हैं। फिल्म के सेट नितिन इस तरह से बनाते थे कि लोग दंग रह जाते थे। पिछले 22 सालों से नितिन देसाई के साथ काम कर चुके फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर ने कहा कि सुबह जब उनके निधन की खबर सुनी तो मुझे यकीन नहीं हुआ। मैं नितिन को जानता था। उनके जैसा मजबूत इरादों वाला व्यक्ति आत्महत्या नहीं कर सकता। नितिन ने इस मुकाम के लिए जी तोड़ मेहनत की है। बेहद गुनी और मेहनती थे नितिन देसाई। हम अक्सर बातें करते थे कि बाहर से आकर हमने अपनी पहचान बनाई। हाल ही में नितिन देसाई की बेटी की शादी में उनसे मिल चुके मधुर कहते हैं कि उनके जैसा मिलनसार और सरल व्यक्ति मिलना मुश्किल है। नितिन देसाई ने मधुर भंडारकर की कई फिल्म फैशन, ट्रैफिक सिग्नल ,जेल, इंदू सरकार जैसी फिल्मों के सेट डिज़ाइन किए हैं। नितिन देसाई को याद करते हुए उन्होंने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की।


फिल्म को कला नितिन ने सिखाई

कला निर्देशक नितिन ने फिल्म जगत को बताया कि एक आर्ट क्या होता है। फिल्मों के सेट पहले भी लगते थे लेकिन फिल्म की गरिमा को उन्होंने बढ़ाया हैष फिल्म की कहानी को भव्य तरीके से सजा कर कैसे पेश करते हैं इसकी सीख इंडस्ट्री को नितिन ने दी है। उनके पास आईडिया का भंडार होता था। अपने काम मे माहिर थे नितिन देसाई।

एनडी स्टूडियो में पहला सेट ‘ट्रैफिक सिग्नल'

साल 2005 में बने नितिन देसाई के एनडी स्टूडियो में उन्होंने पहली बार फिल्म ‘ट्रैफिक सिग्नल' का सेट लगाया था। मधुर कहते हैं कि बजट कम था उन्होंने मुझे कहा कि तू चिंता मत कर मैं बनाता हूँ तेरे लिए सेट। उन्होंने इतना अद्भुत सेट बनाया कि हमें विश्वास नहीं हुआ कि हम असली लोकेशन पर नहीं हैं।



ट्रैफिक सिग्नल बना मिसाल

मधुर भंडारकर बताते हैं कि नितिन देसाई की सोच का कोई दायरा नहीं था। जहां तक हम सोचते नहीं थे वहां उनका काम पूरा हो जाता था। ट्रैफिक सिग्नल का सेट इतना असली लग रहा था कि मुझे बाद में कई फ़ोन आए। लोगों ने कहा कि किस लोकेशन पर शूट की फिल्म? उन्हें यकीन ही नहीं हुआ कि ये सेट था।

‘फैशन' के लिए 12 सेट, ‘जेल' के लिए असली जेल गए

नितिन देसाई ने मधुर भंडारकर की फिल्म ‘फैशन' के लिए 12 बड़े सेट बनाये थे। मशहूर कहते हैं कि नितिन का स्टाइल अलग था. वे हर काम के पहले खूब मेहनत करते थे। मुझे याद है मेरी फिल्म ‘जेल' के लिए उन्होंने खूब मेहनत की थी।हम दोनों यरवडा और ठाणे जेल गए।नितिन ने हर जगह का बारीकी से मुआयना किया और ‘जेल' फिल्म का अद्भुत सेट तैयार किया। उन्होंने लकड़ी से जेल बनाया।

इंदू सरकार का सेट बनाया

साल 2017 में मधुर भंडारकर ने नितिन देसाई को कहा कि उन्हें फिल्म के लिए 70 के दशक का सेट चाहिए। तो उन्होंने उस दौर का इतना बढ़िया सेट बनाया कि किसी को यकीन नहीं हुआ कि हमने पूरी फिल्म की शूटिंग एक सेट पर एनडी स्टूडियो में ही की है। मुझसे पूछा गया कि दिल्ली में हमने किस जगह फिल्म की शूटिंग की है तो हमने बताया कि ये नितिन देसाई की कला का कमाल है जो सेट भी रियल लोकेशन से बेहतर होता है।


सबकी मदद करते थे नितिन

मधुर भंडारकर बताया कि उनके जैसा सूंदर मन का धनी व्यक्ति कोई नहीं था। नितिन हर किसी की मदद करते थे। इतना बड़ा नाम लेकिन उनके पास हर छोटा फिल्म निर्माता भी सेट बनवाने जाता था। वे पैसों की परवाह नहीं करते थे। गुजराती, मराठी ,बंगाली फिल्म हो या फिर कोई कम बजट वाला सीरियल। नितिन देसाई सबके सेट डिज़ाइन कर देते थे।

बजट फ्रेंडली थे नितिन देसाई

मधुर कहते हैं कि अपने दम पर जी तोड़ मेहनत कर सफलता पा चुके नितिन देसाई छोटे बजट वालों की तकलीफ समझते थे इसलिए अगर उनके पास पैसे नहीं हैं तो भी मदद के तौर पर वे उनकी फिल्मों का सेट बना देते थे। ऐसा उन्होंने कई बार किया है। 

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