2014 में युति तोड़ने के लिए मैंने उद्धव ठाकरे को फोन किया था- एकनाथ खडसे
- पीएम मोदी ने कहा था उद्धव ने तोड़ी थी युति
- युति तोड़ने के लिए मैंने उद्धव ठाकरे को फोन किया था
- एकनाथ खडसे का बड़ा दावा
डिजिटल डेस्क, मुंबई. एनडीए के सांसदों की बैठक में उद्धव ठाकरे पर गठबंधन तोड़ने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोप पर राकांपा (शरद गुट) और ठाकरे गुट ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। राकांपा विधायक एकनाथ खडसे ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए की बैठक में युति तोड़ने का मोदी ने जो बयान दिया है वह झूठ है। खडसे ने कहा कि उन्होंने खुद उद्धव ठाकरे को फोन कर युति तोड़ने की बात कही थी।
एकनाथ खडसे ने कहा कि साल 2014 में जब भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन नहीं हो सका था तो भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के कहने पर मैंने शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को फोन कर गठबंधन में चुनाव नहीं लड़ने की बात कही थी। खडसे ने कहा कि शिवसेना से गठबंधन तोड़ने का सभी नेताओं का एक मत से फैसला था, जिसको मैंने सिर्फ उद्धव ठाकरे को बताने का काम किया था। उन्होंने कहा कि उस समय देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष थे और सभी को लग रहा था कि वह ठाकरे से बात कर युति तोड़ने की घोषणा करेंगे। लेकिन उनकी जगह मैंने यह काम किया था।
शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राऊत ने बुधवार को कहा कि युति तोड़ने के लिए तत्कालीन भाजपा नेता एकनाथ खडसे ने उद्धव ठाकरे को फोन किया था। राऊत ने कहा कि भाजपा के नेता हमेशा आरोप लगाते रहे हैं कि शिवसेना ने भाजपा से युति तोड़ी थी। लेकिन अब इसका खुलासा खुद एकनाथ खडसे ने कर दिया है। इससे साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के अपने साथी सांसदों को झूठी जानकारी दी थी। गौरतलब है कि साल 2014 में भाजपा और शिवसेना ने युति तोड़कर अलग-अलग चुनाव लड़ा था लेकिन सरकार एक साथ बनाई थी।