बांबे हाईकोर्ट: हाई-लाइट रियलटर्स को नए साल का कार्यक्रम करने को लेकर मिली बड़ी राहत
- अदालत ने फोनोग्राफिक परफॉर्मेंस लिमिटेड के पक्ष में अंतरिम आदेश देने से किया इनकार
- साउंड रिकॉर्डिंग के उपयोग को लेकर कॉपीराइट उल्लंघन का मामला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉम्बे हाई कोर्ट ने हाई-लाइट रियलटर्स को नए साल का कार्यक्रम करने को लेकर बड़ी राहत दी है। अदालत ने फोनोग्राफिक परफॉर्मेंस लिमिटेड के पक्ष में अंतरिम आदेश देने से इनकार कर दिया। साउंड रिकॉर्डिंग के उपयोग के लिए कॉपीराइट उल्लंघन का यह पूरा मामला है। न्यायमूर्ति आर.आई. छागला की एकल पीठ ने कॉपीराइट उल्लंघन के मुकदमे में फोनोग्राफिक परफॉर्मेंस लिमिटेड की याचिका पर अंतरिम आदेश देने से इनकार कर दिया है, जिसमें हाई-लाइट रियलटर्स द्वारा उनकी संरक्षित साउंड रिकॉर्डिंग के उपयोग पर रोक लगाने की मांग की गई थी। रियलटर्स (इंडिया) ने केरल में नए साल की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम का आयोजन किया था। याचिका में दावा किया गया था कि बिना परमिट के उनके साउंड रिकॉर्डिंग का उपयोग करने के लिए हाई-लाइट रियलटर्स द्वारा कथित कॉपीराइट का उल्लंघन किया है। ऐसे में साउंड रिकॉर्डिंग के अनधिकृत सार्वजनिक प्रदर्शन से रोकने की मांग की गयी है।
केरल के मॉल में नए साल के कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की गयी थी। याचिका में यह आशंका जताई गई है कि याचिकाकर्ता के 70 लाख से अधिक गानों का भंडार होने के कारण प्रतिवादी द्वारा कार्यक्रम में बजाया जा सकता है। याचिका में यह भी बताया गया है कि प्रतिवादी के पिछले उदाहरणों में इसी तरह के आयोजनों के लिए लाइसेंस प्राप्त करते रहे हैं और उन्हें आगामी आयोजन के लिए आवश्यक औपचारिकताओं की पूरी जानकारी थी। इसके अलावा यह दलील भी दी गई कि केरल के हाई लाइट रियलटर्स मॉल में वर्ष 2022 में कई मौकों पर उसके कॉपीराइट का उल्लंघन किया था, जिसके कारण उस पर कार्रवाई की गई। अदालत ने प्रतिवादियों को सुनवाई की तारीख से पहले हलफनामा दाखिल कर जवाब देने का निर्देश दिया है। मामले की अगली 5 जनवरी 2024 को रखी गई है।