बयान: कश्मीर से कन्याकुमारी तक सभी को पता है किसकी है राकांपा- सुप्रिया सुले
- सभी को पता है किसकी है राकांपा
- सुप्रिया सुले का बयान
डिजिटल डेस्क, मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में विभाजन के बाद शरद और अजित गुट में तनातनी जारी है। राकांपा (अजित) प्रवक्ता एवं युवक प्रदेश अध्यक्ष सूरज चव्हाण ने रविवार को दावा किया कि इस समय अजित पवार के साथ राकांपा के 80 प्रतिशत से ज्यादा पदाधिकारी और लोकप्रतिनिधि हैं। चव्हाण ने कहा कि दो-तीन पदाधिकारी और लोकप्रतिनिधि साथ होने से किसी को पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह नहीं मिल सकता। चव्हाण के बयान पर राकांपा (शरद) कार्याध्यक्ष सुप्रिया सुले ने जवाबी हमला करते हुए कहा है कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक प्रत्येक बच्चे को पता है कि राकांपा मतलब शरद पवार है।
राकांपा पर मालिकाना हक को लेकर 6 अक्टूबर को केंद्रीय चुनाव आयोग के सामने सुनवाई होनी है जिसके लिए दोनों ही गुटों के नेताओं को हाजिर होने के लिए कहा गया है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि राकांपा में विभाजन के बाद असली राकांपा पार्टी का चुनाव चिन्ह और पार्टी किसे मिलेगी। इसको लेकर तरह-तरह के तर्क दिए जा रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर अजित पवार का पुराना वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत पर टिप्पणी करते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो के जवाब में राकांपा प्रवक्ता सूरज चव्हाण ने रविवार को दावा किया कि अजित पवार के पास राकांपा के 80 प्रतिशत से ज्यादा पदाधिकारी और लोक प्रतिनिधियों का समर्थन है। इसलिए पार्टी और चुनाव चिन्ह अजित पवार को ही मिलेगा।
सूरज चव्हाण के बयान पर सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि राकांपा में कोई विभाजन नहीं हुआ है और न ही कोई झगड़ा हुआ है। सुले ने कहा कि पार्टी की स्थापना 25 साल पहले शरद पवार ने की थी। कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक छोटा बच्चा भी जानता है कि राकांपा का मतलब शरद पवार है। सुले ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार हैं जबकि महाराष्ट्र के अध्यक्ष जयंत पाटील हैं।