आखिरकार अजित पवार को मिली मुख्यमंत्री की कुर्सी!

  • शिंदे की गैरमौजूदगी
  • आमदार निवास कार्यक्रम में कुर्सी पर बैठे अजित
  • शिंदे की कुर्सी पर बैठे अजित पवार

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-03 15:19 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मनोरा विधायक निवास का भूमि पूजन गुरुवार को हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को भी पहुंचना था लेकिन किसी कारणवश वह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। मंच पर पहले से ही लगी कुर्सियों पर सभी अतिथियों के नाम के स्टीकर लगे थे। जब सीएम कार्यक्रम में नहीं पहुंचे तो विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार को सीएम की कुर्सी पर बैठने को कहा। थोडे सोच विचार के बाद आखिरकार अजित पवार सीएम की कुर्सी पर बैठ गए। अजित के कुर्सी पर बैठने से पहले नार्वेकर ने कुर्सी से मुख्यमंत्री के नाम का लिखा स्टीकर हटा दिया। जिस पर अब तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं।

मुख्यमंत्री शिंदे की कुर्सी पर बैठे अजित पवार

जब से अजित पवार राज्य सरकार में उपमुख्यमंत्री बने हैं तभी से वे चर्चा में बने हुए हैं। कुछ दिनों पहले उनके गुट के विधायक भी उन्हें अगला मुख्यमंत्री बता चुके हैं। मनोरा आमदार निवास के भूमिपूजन के मौके पर घटी एक घटना की चर्चा गुरुवार को दिनभर राजनीतिक गलियारों में रही। भूमि पूजन के कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अजित पवार, विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोर्हे, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मंच पर बैठे थे। नार्वेकर और गोर्हे के बीच में मुख्यमंत्री के बैठने की जगह थी लेकिन सीएम शिंदे के कार्यक्रम में नहीं पहुंचने पर नार्वेकर ने अजित पवार को सीएम की कुर्सी पर बैठने को कहा। अजित पवार जब अपनी कुर्सी से उठकर सीएम की कुर्सी पर बैठने के लिए चले तो इसी बीच नार्वेकर ने सीएम की कुर्सी पर लगे स्टीकर को हटा दिया। बाद में अजित पवार सीएम शिंदे की कुर्सी पर बैठ गए।

मीडिया में बेवजह दिया जा रहा तूल- नार्वेकर

जब इस बारे में विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके और नीलम गोर्हे के बीच में सीएम की कुर्सी खाली थी। इसलिए उन्होंने अजित पवार को उस पर बैठने के लिए कहा था। नार्वेकर ने कहा कि मीडिया बेवजह इस मामले को तूल दे रहा है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले अजित पवार ने यह बयान देकर राजनीतिक अटकलें तेज कर दी थीं कि वह कई बार उपमुख्यमंत्री बन चुके हैं लिहाजा अब वह मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। अजित पवार को भले ही मुख्यमंत्री पद नहीं मिला हो लेकिन उन्हें थोड़ी देर के लिए ही सही मुख्यमंत्री की कुर्सी जरुर मिल गई।

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