निशाना: फोन टैपिंग मामले में फडणवीस को था गिरफ्तारी का अंदेशा, इसलिए सरकार गिराई- राऊत
- आघाडी के नेता हार के डर से बयानबाजी पर उतरे - फडणवीस
- फडणवीस का पलटवार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाविकास आघाडी सरकार में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गिरफ्तार करने की साजिश रची गई थी, इसका खुलासा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के करने के बाद अब शिवसेना (उद्धव) सांसद एवं प्रवक्ता संजय राऊत ने पलटवार करते हुए कहा कि, दरअसल फडणवीस को उस समय अपनी गिरफ्तारी का एहसास हो गया था। यही कारण था कि उन्होंने महाविकास आघाडी की सरकार को गिराने का कदम उठाया। उधर फडणवीस ने पलटवार करते हुए कहा कि आघाडी के नेताओं को इस लोकसभा चुनाव में हार का डर सता रहा है, इसलिए इस तरह की बयानबाजी हो रही है। मंगलवार को संजय राऊत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ठाकरे सरकार के कार्यकाल में किसी को भी बिना वजह गिरफ्तार नहीं किया गया था। मुख्यमंत्री शिंदे कह रहे हैं कि फडणवीस के साथ-साथ आशीष शेलार और प्रवीण दरेकर को भी गिरफ्तार करने की योजना बनाई गई थी। मुझे लगता है कि इन लोगों ने जरूर कुछ ऐसा किया होगा। उन्होंने कहा कि फडणवीस को फोन टैपिंग मामले में संलिप्त पाया गया था और जब उन्हें लगने लगा कि उन्हें किसी भी वक्त गिरफ्तार कर लिया जाएगा तो उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के मिलकर राज्य की तत्कालीन महाआघाडी सरकार को शिंदे के साथ मिलकर गिरा दिया। राऊत ने कहा कि फडणवीस ने तत्कालीन खुफिया विभाग की प्रमुख रश्मि शुक्ला की मदद से कई नेताओं के फोन टेप किए थे, जिसकी जांच हमारी सरकार कर रही थी।
फडणवीस का पलटवार
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राऊत के बयान पर कहा कि आघाडी के नेताओं को अपनी हार का डर अभी से सताने लगा है। यही कारण है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर दूसरे मामलों पर बयानबाजी कर रहे हैं।
क्या है फोन टैपिंग मामला?
साल 2020 में आरोप लगा था कि आईपीएस रश्मि शुक्ला ने खुफिया विभाग में रहते हुए आघाडी सरकार के कई नेताओं के फोन टेप किए थे। जिसमें पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग में रैकेट का खुलासा हुआ था। इसे फडणवीस ने उस समय विधानसभा में विपक्ष के नेता पद रहते हुए जोर-शोर से उठाया था।