दूधगंगा जलसिंचन परियोजना के काम में 40 करोड़ का गबन कार्यकारी अभियंता निलंबित
- दूधगंगा जलसिंचन परियोजना
- रियोजना के काम में 40 करोड़ का गबन
- गबन मामले में कार्यकारी अभियंता निलंबित
डिजिटल डेस्क, पुणे. कोल्हापुर की दूधगंगा जलसिंचन परियोजना के तहत नहर के काम में 40 करोड़ रुपए का गबन किए जाने का मामला उजागर हुआ है। विधानसभा में गूंजे इस मसले पर उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने गबन के लिए जिम्मेदार कार्यकारी इंजीनियर को तत्काल निलंबित करने की घोषणा की है। विधायक प्रकाश अबिटकर ने इस मसले को विधानसभा में उठाया था। जवाब में फडणवीस ने कहा कि मामले में विजिलेंस टीम, पुणे की प्रारंभिक रिपोर्ट 7 अगस्त 2020 को सरकार को प्राप्त हुई थी। इसके जरिए यह साबित हो चुका है कि उक्त मामले में अनियमितताएं और अधिक धनराशि दी गई थी। काम शुरू करने से पहले इंजीनियर ने ठेकेदार को 40 करोड़ का बिल चुका दिया। विजिलेंस टीम की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशासनिक अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार कुल 46 अधिकारियों में से 4 अधिकारियों की मौत हो चुकी है। 41 अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। फडणवीस ने यह भी कहा कि चूंकि मामला पुराना है, इसलिए सेवानिवृत्त अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। दूधगंगा बायीं नहर के काम के लिए निविदा 2001 में जारी की गई थ। काम शुरू करने का आदेश 30 मार्च 2001 को जारी किया गया था।