आपात सुविधा : रेलवे की हेल्पलाइन हो रही हेल्पलेस, अब है अपग्रेड करने की तैयारी
- चेतन कांड के बाद जगा रेलवे प्रशासन
- जीआरपी 1512 हेल्पलाइन को सुधारेगी
डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता। जयपुर-मुंबई सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में हाल ही में हुई गोलीबारी की घटना यात्री सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े कर रही हैं। यात्रियों की मदद के लिए जीआरपी हेल्पलाइन 1512 पर कॉल करते ही कॉल ड्रॉप की शिकायत आम हो गई है। जाहिर है रेलवे पुलिस की हेल्पलाइन पर सवाल खड़े होना लाजिमी है। चेतन गोलीकांड और हेल्पलाइन पर होने वाले कॉल ड्रॉप की घटना को ध्यान में रखते हुए अब रेलवे हेल्पलेस हेल्पलाइन नंबर 1512 को अपग्रेड करने जा रही है।
साल 2017 में हुई थी लॉन्च
साल 2017 में लोहमार्ग पुलिस ने रेल यात्रियों की सुरक्षा के लिए 1512 हेल्पलाइन लॉन्च की थी। इस हेल्पलाइन पर मुंबई की लाइफ लाइन लोकल ट्रेन के आलावा मेल एक्सप्रेस ट्रेन के यात्रियों का भी मदद के लिए कॉल आती हैं। इस हेल्पलाइन की मदद से 24 घंटे रेल यात्रियों को रियल टाइम में मदद मिलती है। लेकिन अब इस नंबर पर कॉल ड्रॉप की शिकायतें ज्यादा आ रही हैं।
कॉल ड्रॉप के कारण कम दर्ज हुई शिकायतें
जनवरी 2023 से जून 2023 तक छह महीने में कुल 1 लाख 6 हजार कॉल हेल्पलाइन पर आए हैं। पिछले साल इसी अवधि में 2 लाख 3 हजार कॉल आए थे। इस साल हेल्पलाइन पर कॉल कम आने का मुख्य कारण कॉल ड्रॉप रहा है। रेलवे पुलिस को तुरंत सूचना नहीं मिल पाती और शिकायतकर्ता भी शिकायत दर्ज नहीं करा पाते। इससे पुलिस को शिकायतों पर कार्रवाई करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
निर्भया फंड से होगी अपग्रेड
आपात स्थिति में फंसे यात्रियों को मदद पहुंचाने के लिए अब लोहमार्ग पुलिस ने सरकार से निर्भया योजना से प्राप्त धनराशि से इस हेल्पलाइन नंबर को अपग्रेड करने का अनुरोध किया है।
कॉल ड्रॉप की समस्याएं
1512 हेल्पलाइन नंबर हमेेशा व्यस्त।
कई कॉल ड्रॉप हो जाते हैं।
हेल्पलाइन एंगेज बताती है।
रोज औसतन आते हैं 800 कॉल हेल्पलाइन पर
यह हेल्पलाइन प्रणाली वाडीबंदर के रेलवे मुख्यालय में काम कर रही है। दिलचस्प बात यह है कि इस पर प्रतिदिन लगभग 800 कॉलें प्राप्त होती हैं। इस हेल्पलाइन में छह ऑपरेटर हैं, जो दो-दो शिफ्ट में काम करते हैं।
1512 हेल्पलाइन के अपग्रेड से संबंधित जानकारी के लिए दैनिक भास्कर ने जीआरपी कमिश्नर रविंद्र शिस्वे से संपर्क किया, तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
वंदना सोनावणे, अध्यक्ष-महाराष्ट्र महिला रेलवे यात्री संघ के मुताबिक हमने लोहमार्ग पुलिस हेल्पलाइन नंबर के संबंध में कई शिकायतें की हैं। लेकिन हमें हमेशा मैनपावर की कमी का कारण बताया जाता है। 85 लाख यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराया गया है। यात्रियों के लिए पांच और हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराए जाएं।
जनवरी से जून 2023 तक हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतें
1 लाख 6 हजार : कुल कॉल
13 हजार 921 : मदद के लिए कॉल
58 : दर्ज अपराध
8974 :गुम, खोई हुई वस्तुएं
939 : विकलांग कोचों में मदद
518 : झगड़े
281 : बीमार व्यक्ति
179 :घायल यात्री
569 :ट्रेनों में संदिग्ध, छोड़ी गई वस्तुएं
210 : नशे में धुत यात्री
387 : यात्रा आरक्षित कोचों में