स्पष्टीकरण: मुंबई समेत 8 जगहों पर डीएनए टेस्टिंग लैब शुरू है- उपमुख्यमंत्री फडणवीस
- शिवसेना (उद्धव) के सांसद राऊत ने डीएनए किट्स उपलब्ध न होने का किया था दावा
- संजय राऊत के आरोपों पर स्पष्टीकरण
डिजिटल डेस्क, मुंबई। उपमुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला निदेशालय के पास अप्रैल 2023 से डीएनए किट्स उपलब्ध न होने के शिवसेना (उद्धव) के सांसद संजय राऊत के आरोपों पर स्पष्टीकरण दिया है। सोमवार को उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राऊत के आरोप तथ्यहीन हैं। राज्य में मुंबई समेत 8 जगहों पर डीएनए टेस्टिंग लैब की सुविधा है। इन 8 लैब में डीएनए किट भी उपलब्ध है। फडणवीस ने कहा कि डीएनए किट्स और उसके लिए लगने वाले केमिकल्स का एक्सपायरी पर डेट होता है। इससे उसको लंबे समय तक भंडारण करके नहीं रखा जा सकता है। इसलिए आवश्यकता और मांग के अनुसार केमिकल्स की खरीदी नियमित रूप से निर्धारित दर पर की जाती है। फडणवीस ने बताया कि डीएनए टेस्टिंग लैब में सभी प्राथमिकता वाले और संवेदनशील मामलों की रिपोर्ट नियमित रूप से जारी होती है। बीते दिसंबर में मुंबई के लैब में 80, नागपुर में 63, छत्रपति संभाजीनगर में 25, नांदेड़ में 75, अमरावती में 25, कोल्हापुर में 11 और पुणे में 7 प्रकरण की डीएनए रिपोर्ट प्रदान कर दी गई है।
फडणवीस ने बताया कि गत वर्ष बुलढाणा में हुई हादसे में 25 यात्रियों की जलकर मौत हो गई थी। जिसमें अमरावती और नागपुर के लैब में 82 नमूनों डीएनए जांच रिपोर्ट 74 घंटों में दी गई थी। नागपुर के एक्सप्लोसिव कंपनी में गत 17 दिसंबर को हुए हादसे में 9 मजदूरों की मौत हुई थी। जिसमें 105 नमूनों की डीएनए रिपोर्ट तत्काल दी गई थी। इस तरह की दूसरी घटनाओं में तत्काल डीएनए रिपोर्ट दी गई है। इससे पहले शिवसेना सांसद राऊत ने फडणवीस को पत्र लिखकर आरोप लगाते हुए कहा था कि अप्रैल 2023 से राज्य के अधिकांश डीएनए लैब में किट्स उपलब्ध नहीं होने के कारण जांच का काम ठप्प पड़ा है। राज्य के कुछ संवेदनशील प्रकरण के आरोपों को अप्रत्यक्ष रूप से मदद करने के लिए किट्स उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जिससे महत्वपूर्ण सबूत को नष्ट किया जा सके।