महाराष्ट्र: पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ के लिए विदर्भ अंचल के जिले अव्वल, प्रतिभागियों की ट्रेनिंग पूरी
- मुंबई उपनगर में 5532, ठाणे में 13103 और पालघर में 11527 प्रतिभागियों से मिले आवेदन
- राज्य में 1 लाख 69 हजार प्रतिभागियों के आवेदन मंजूर, 66 हजार 110 प्रतिभागियों ने पूरी की ट्रेनिंग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री (पीएम) विश्वकर्मा योजना के लाभ के लिए महाराष्ट्र में 19 लाख 58 हजार 906 प्रतिभागियों ने आवेदन किया है। जिसमें से 1 लाख 69 हजार 66 प्रतिभागियों का आवेदन मंजूर हो गया है। राज्य भर में सबसे अधिक विदर्भ के अमरावती, भंडारा, नागपुर, बुलढाणा, चंद्रपुर, यवतमाल, वर्धा और गोंदिया जिले के प्रतिभागियों के आवेदन मंजूर हुए हैं। इन प्रतिभागियों में से अभी तक 69 हजार 278 लोगों ने ट्रैनिंग के लिए पंजीयन कराया है। इनमें से 66 हजार 110 प्रतिभागियों ने ट्रैनिंग पूरा कर लिया है। इसमें सबसे अधिक बढ़ई (सुतार), राजमिस्त्री, दर्जी, नाई, धोबी, लोहार समेत अन्य कारीगरों का समावेश है। राज्य खादी और ग्रामोद्योग मंडल (बोर्ड) के एक अधिकारी ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि इस योजना के लिए राज्य के 35 जिलों से प्रतिभागियों ने आवेदन दिया है। लेकिन सबसे अधिक प्रतिसाद विदर्भ अंचल के जिलों से मिल रहा है। इसके अलावा मराठवाड़ा के नांदेड़, हिंगोली, परभणी, बीड़, पश्चिम महाराष्ट्र में कोल्हापुर, पुणे से ज्यादा आवेदन मिले हैं। अधिकारी ने बताया कि राज्य में परंपरागत रूप से बढ़ई, राजमिस्त्री, दर्जी, नाई, लोहार, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, चर्मकार समेत 18 प्रकार के व्यापार जुड़े कारीगर और शिल्पकार योजना के लाभ के लिए पात्र हैं। इस योजना के प्रतिभागियों को आवेदन के बाद ग्राम पंचायत, जिला और राज्य इन तीन स्तर पर सत्यापन के बाद लाभ के लिए पात्र घोषित किया जाता है। इसके तहत जिन प्रतिभागियों का आवेदन मंजूरी हो गया है। ऐसे प्रतिभागियों को अलग-अलग जिलों के सेंटर पर 5 से 7 दिनों की ट्रैनिंग प्रदान की जा रही है। इन लाभार्थी प्रतिभागियों को टूलकिट खरीदने के लिए जल्द ही 15 हजार रुपए का ई-वाउचर प्रदान किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 सितंबर को वर्धा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान लाभार्थी कारीगरों से संवाद स्थापित करेंगे।
क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना
केंद्र सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय ने पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू किया है। महाराष्ट्र में राज्य खादी और ग्रामोद्योग मंडल (बोर्ड) के जरिए इस योजना को लागू किया जा रहा है। योजना के पात्र कारीगरों और शिल्पकारों को 5 से 7 दिनों के प्रशिक्षण के लिए प्रति दिन 500 रुपए का वजीफा प्रदान किया जाता है। इसके अलावा टूलकिट खरीदने के लिए 15 हजार रुपए का ई-वाउचर दिया जाता है। वहीं कर्ज के लिए आवेदन करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को पहली किश्त में 18 महीने के लिए एक लाख रुपए का ऋण और दूसरे किश्त में 30 महीने के लिए दो लाख रुपए का कर्ज प्रदान किया जाता है। इस कर्ज के लिए 5 प्रतिशत ब्याज भरना होता है।
मुंबई, ठाणे और पालघर की स्थिति
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत मुंबई शहर में एक भी आवेदन प्राप्त नहीं हुए हैं। मुंबई उपनगर में 5532, ठाणे में 13103 और पालघर में 11527 प्रतिभागियों का आवेदन हुआ है। जिसमें से अभी तक ठाणे में 705 और पालघर में 1160 प्रतिभागियों के आवेदन मंजूर हो गए हैं। जबकि मुंबई उपनगर से मिले आवेदनों में से फिलहाल एक भी प्रतिभागियों के आवेदन स्वीकृत नहीं हुआ है।
सबसे अधिक प्रतिभागियों के मंजूर आवेदन
जिला प्रतिभागियों की संख्या
अमरावती 18663
भंडारा 15411
नागपुर 11720
बुलढाणा 11635
चंद्रपुर 10916
नांदेड़ 10465
यवतमाल 8414
वर्धा 6781
गोंदिया 6238
नाशिक 6014
सबसे अधिक इन जिलों में ट्रैनिंग
जिला पंजीकृत प्रतिभागी प्रशिक्षण पूरा
यवतमाल 11857 11574
अमरावती 8633 8306
बुलढाणा 6945 6497
भंडारा 6590 6348
चंद्रपुर 4746 4594
वर्धा 4372 4350
नागपुर 4262 3893
गडचिरोली 3070 2934
कोल्हापुर 2332 2332
अकोला 2272 2155
प्रमुख ट्रेड के लाभार्थी कारीगर
ट्रेड लाभार्थी
राजमिस्त्री 34512
बढ़ई 27718
नाई 26350
दर्जी 19251
लोहार 8107