स्वच्छता ही सेवा: स्वच्छता केवल कागज पर न रखें, क्षेत्रीय स्तर पर प्रत्यक्ष काम दिखाना चाहिए -मुख्यमंत्री
- हर गांव और शहर में होगा सफाई अभियान
- मुख्यमंत्री सक्षम शहर प्रतियोगिता को सफल बनाएं
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि केंद्र सरकार का ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान केवल कागज पर सीमित न रहे। स्वच्छता केवल कागज पर न रखें। इस अभियान का काम प्रत्यक्ष रूप से क्षेत्रीय स्तर पर काम दिखाना चाहिए। अभियान को एक आंदोलन का रूप मिलना चाहिए। केंद्र सरकार के स्वच्छता पखवाड़ा- स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत राष्ट्रपति महात्मा गांधी की जयंती के एक दिन पूर्व 1 अक्टूबर को स्वच्छता के लिए ‘एक तारीख, एक घंटा’ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस पर मंगलवार को मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की। इसमें उपमुख्यमंत्री अजित पवार, मुख्य सचिव मनोज सौनिक, विभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी और मनपा आयुक्तों ने हिस्सा लिया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता पखवाड़ा के तहत 1 अक्टूबर को सुबह 10 बजे सभी लोग स्वच्छता के लिए श्रमदान करें। उन्होंने कहा कि इस अभियान को शतप्रतिशत सफल बनाने के लिए सभी प्रशानिक विभाग मिशन मोड पर काम करें। स्वच्छता के मामले में देश में महाराष्ट्र का पहला स्थान बरकरार रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनपा, नगर पालिका, नगर पंचायत के सीमा क्षेत्र के बाहर के इलाकों में हमेशा कचरे का ढेर और मलबा फेंक दिया जाता है। इसलिए जिलाधिकारी ऐसे मनपा क्षेत्र को चिन्हित करके स्वच्छता अभियान चलाएं। मुख्य सचिव भी इस काम पर निगराने के लिए समीक्षा बैठक करें।
हर गांव और शहर में होगा सफाई अभियान
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 अक्टूबर को हर गांव, शहर, वार्ड और प्रत्येक क्षेत्र में सुबह 10 बजे से स्वच्छता अभियान शुरू करें। प्रत्येक वार्ड में दो जगह और ग्राम पंचायत में एक जगह पर अभियान चलाया जाए। इस अभियान में नागरिकों को भी हिस्सा बनाया जाए। जहां पर सचमूच कचरा और साफ सफाई नहीं हुई है। ऐसे जगहों को चिन्हित करके साफ करें।
मुख्यमंत्री सक्षम शहर प्रतियोगिता को सफल बनाएं- शिंदे
शिंदे ने कहा कि राज्य में 15 दिसंबर तक मुख्यमंत्री सक्षम शहर प्रतियोगिता और मुख्यमंत्री सक्षम वॉर्ड प्रतियोगिता को जनभागीदारी से सफल बनाएं।