चेतन सिंह का होगा मनोवैज्ञानिक टेस्ट, जांच में सहयोग नहीं कर रहा
- जांच में सहयोग नहीं कर रहा चेतन सिंह
- होगा मनोवैज्ञानिक टेस्ट
- कोच अटेंडेंट ने कुछ भी बताने से इंकार किया
डिजिटल डेस्क, मुंबई, अखिलेश तिवारी. जयपुर-मुंबई सुपर एक्सप्रेस ट्रेन में अपने इंचार्ज टीका राम मीणा समेत चार लोगों को गोलियों से भून देने वाला आरपीएफ जवान चेतन सिंह का कूपर अस्पताल में मेडिकल जांच और मनोवैज्ञानिक विश्लेषण किया जाएगा। जीआरपी अधिकारियों ने चेतन सिंह को कूपर अस्पताल ले जाने के लिए दंगा नियंत्रण पुलिस से मदद मांगी है। चेतन जांच एजेंसियों को अलग-अलग बयान देकर जांच की दिशा को भ्रमित कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, लॉकअप में इंकलाब जिंदाबाद का नारा लगाने वाला चेतन अचानक से शांत हो गया है। चेतन को बोरीवली के जनरल लॉकअप में रखा गया है, जहां तीन जवान चौबीसों घंटे उस पर नजर रखे हुए हैं। जीआरपी को आशंका है कि कहीं चेतन लॉकअप में आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठाए। इसलिए जीआरपी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। चेतन के लिए अलग से एक सेल बनाया गया है। लगभग छह दिन पहले एक आरोपी ने इसी लॉकअप में दरवाजे पर लटककर आत्महत्या कर ली थी।
जांच की आगे की दिशा को तय करने के लिए जीआरपी कमिश्नर डॉ. रवींद्र शिसवे ने गुरुवार को पूरी घटना के संबंध में एक मीटिंग बुलाई थी। बैठक में आठ अलग-अलग टीमों के साथ डीसीपी डॉ संदीप भाजीभाकरे मौजूद थे।
कोच अटेंडेंट ने कुछ भी बताने से इंकार किया
बी -5 के कोच अटेंडेंट के. के. शुक्ला ने सबसे पहले गोलीबारी के बारे में कंट्रोल रूम में कॉल किया था। पूरे घटनाक्रम को को शुक्ला ने देखा था। शुक्ला ने यह कहते हुए कुछ भी बताने से इंकार कर दिया कि उनका मोबाइल फोन टैपिंग पर चल रहा है। शुक्ला मध्य प्रदेश के रीवा का रहने वाला है।