चाक चौबंद निगरानी: स्टेशन में दिखे और कैमरे में फंसे, मध्य रेलवे लगाएगी फेस रिकग्निशन कैमरे

  • फेस रिकग्निशन कैमरे
  • हाईटेक होगी रेलवे परिसर की सुरक्षा
  • कैमरा पहचानेगा अपराधी का चेहरा
  • मुंबई डिवीजन में लगेंगे 1,982 कैमरे

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-27 01:45 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई, सुजीत गुप्ता. मध्य रेलवे उपनगरीय मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा हाईटेक करने जा रही है। इसके अंतर्गत रेलवे स्टेशनों पर अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ये सभी फेस रिकग्निशन कैमरे हैं, जो यात्रियों के चेहरों का डेटा संकलित करेंगे। इसका लाभ यह होगा कि जैसे ही कोई अपराधी व्यक्ति इसकी परिधि में आएगा, उसकी पहचान हो जाएगी। इन कैमरों से पुलिस कंट्रोल में मॉनिटरिंग की जाएगी। इस तरह के कैमरे पश्चिम रेलवे के उपनगरीय स्टेशनों पर पहले ही लगाए जा चुके हैं। रेल अधिकारियों ने पुष्टि भी की है कि यह स्टेशन पर होनेवाले अपराधों को रोकने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

मुंबई डिवीजन में 1,982 एफआरएस

मध्य रेलवे में कुल 3,652 सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना है। इनमें से 1,982 कैमरे मुंबई डिवीजन के उपनगरीय स्टेशनों पर लगाए जाएंगे। इन कैमरों को निर्भया फंड के अंतर्गत लगाया जाएगा। फेस रिकग्निशन सिस्टम (एफआरएस) को रेलवे के तकनीकी विभाग ‘रेलटेल’ की मदद से से ए1, ए, बी, सी, डी और ई श्रेणी के स्टेशनों पर लगाया जाएगा। इस संबंध में रेलवे बोर्ड और रेलटेल के बीच करार हो चुका है।

एफआरएस का लाभ

- चेहरे के माध्यम से पहचान

- उपलब्ध कराएगा वीडियो एनालिटिक्स

- वीडियो मैनेजमेंट सिस्टम से लैस

- करेगा वांछित अपराधियों की पहचान

- यात्री सुरक्षा में बढ़ोतरी

- कानून का दुरुपयोग रोकने में सहायक

- रेलवे नियमों के अनुपालन की निगरानी

यहां पहले से कर रहा निगरानी

छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस

दादर स्टेशन

कुर्ला स्टेशन

ठाणे स्टेशन

लोकमान्य तिलक टर्मिनस

कल्याण स्टेशन

कैमरे का नियंत्रण और कमाल

पीटीजेड प्रकार के इन कैमरों को आरपीएफ कर्मियों द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। ये कैमरे 180 डिग्री से 360 डिग्री घूम सकते हैं। इन कैमरों से एकत्र किया गया डेटा एक आईपी नेटवर्क के माध्यम से निगरानी स्टेशनों तक सूचना पहुंचाएगा। ये कैमरे उस व्यक्ति को पहचान सकते हैं जिसका चेहरा डेटाबेस में संग्रहित है, स्टेशन में ऐसे व्यक्ति के प्रवेश करते ही नियंत्रण कक्ष को यह सचेत कर देता है। ये कैमरे चेहरे के विभिन्न हिस्सों जैसे रेटिना या माथे के माध्यम से पहचान कर सकते हैं। सर्वर में संग्रहित फुटेज 30 दिनों तक सुरक्षित रखा जाएगा।

यहां रखेंगे कैमरे से नजर

वेटिंग हॉल

आरक्षण काउंटर

पार्किंग क्षेत्र

मुख्य प्रवेश द्वार/निकास द्वार

प्लेटफॉर्म

फुट ओवर ब्रिज

बुकिंग कार्यालय


डॉ. शिवराज मानसपुरे, सीपीआरओ, मध्य रेलवे के मुताबिक मुंबई उपनगरीय नेटवर्क के सभी स्टेशनों सहित मध्य रेल के स्टेशनों को एक से डेढ़ वर्ष की अवधि में फेस रिकग्निशन सिस्टम से लैस कर दिया जाएगा, यह एक ऐसी तकनीक है जो वांछित अपराधियों को पकड़ने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों का प्रबंधन करने में मदद करेगी। मध्य रेल ने 117 स्टेशनों पर फेस रिकग्निशन सिस्टम वाले कैमरे लगाने की योजना बनाई है, जिनमें सभी 4K तकनीक वाले होंगे।

मध्य रेलवे के किस डिवीजन में लगेंगे कितने कैमरे

मुंबई 1,982

भुसावल 984

नागपुर 986

पुणे 992

सोलापुर 1,178

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