रणनीति: अजित पवार के साथ आने से बारामती फतेह को लेकर बढ़ी भाजपा की उम्मीदें
- 32 सालो से बारामती पर है पवार परिवार का कब्जा
- जानकर ने सुप्रिया को दी थी कड़ी टक्कर
डिजिटल डेस्क, मुंबई. पुणे जिले जी बारामती लोकसभा सीट पर पिछले तीन दशकों से शरद पवार परिवार का कब्जा है। 2014 के मोदी लहर में भी भाजपा यहां जीत हासिल नहीं कर पाई थी। पर अब पवार परिवार में फूट के बाद भाजपा को उम्मीद बंधी है की 2024 के लोकसभा चुनाव में बारामती सीट भाजपा जीत पाएगी।
पवार परिवार का गढ़ है बारामती
बारामती पवार परिवार का गृह क्षेत्र है। बारामती का मतलब पवार माना जाता है। फिलहाल इस सीट से शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले सांसद हैं। इस बार सुले को हराने के लिए भाजपा ने कमर कस ली है। चर्चा है कि सुप्रिया सुले को हराने के लिए भाजपा पवार परिवार से ही किसी को उम्मीदवार बना सकती है। अजीत पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के बारामती लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चर्चा शुरू है। 1984 से शरद पवार पहली बार बारामती सीट से भारतीय कांग्रेस (समाजवादी) के टिकट पर सांसद चुने गए थे। पवार से पहले इस सीट पर एक बार कांग्रेस और भारतीय लोकदल का कब्जा था। इस सीट पर पहला लोकसभा चुनाव 1957 में हुआ था। 1977 तक इस पर कांग्रेस का कब्जा रहा। 1984 में शरद पवार इस सीट से सांसद चुने गए पर 1985 में उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। 1985 में हुए उप चुनाव में जनता पार्टी के संभाजी राव काकडे सांसद चुने गए। 1991 में इस सीट से अजीत चुनाव लोकसभा पहुंचे और तब से बारामती लोकसभा सीट पर पवार परिवार का ही कब्जा है। इस सीट से शरद पवार 6 बार, भतीजे अजीत पवार एक बार और पवार की बेटी सुप्रिया तीन बार से सांसद है।
जानकर ने सुप्रिया को दी थी कड़ी टक्कर
बीते लोकसभा चुनाव ने राकांपा उम्मीदवार सुप्रिया सुले सहित कुल 19 उम्मीदवार इस सीट से चुनाव मैदान में थे। सुप्रिया को 6 लाख 86 हजार 714 वोट मिले थे जबकि उनकी निकटम प्रतिद्विंदी भाजपा की कंचन कुल को 5 लाख 30 हजार 940 वोट मिले थे। वंचित बहुजन आघाड़ी उम्मीदवार नवनाथ पडलकर ने भी 44134 वोट हासिल किए थे। सुप्रिया ने यह चुनाव 1 लाख 55 हजार 774 वोट के अंतर से जीता था। इसके पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा समर्थित महादेव जानकर ने सुले को कड़ी टक्कर दी थी। इस चुनाव में सुप्रिया के जीत का अंतर 3 लाख 36 हजार (2009 ) से घट कर 69719 वोटों पर आ गया था।
गिरीश महाजन, ग्रामीण विकास मंत्री के मुताबिक आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा बारामती समेत राज्य की सभी 48 सीटें जीतेगी। अब हमारे साथ अजीत पवार और उनके विधायक हैं, इसलिए हम बारामती सीट जरूर जीतेंगे। बारामती की जनता को मेरी बातों पर यकीन नहीं होगा, लेकिन इस बार बारामती समेत राज्य की सभी सीटें भाजपा जीतेगी।
संजय राउत, शिवसेना (उद्धव) सांसद के मुताबिक मुझे नहीं लगता कि सुप्रिया सुले और सुनेत्रा पवार के बीच कोई लड़ाई होगी। यह अफवाहें हैं। चुनाव चाहे कोई भी लड़े, जीत सुप्रिया सुले की ही होगी।"