चार निरीक्षकों का तबादला न होने के आरोपों की जांच की जाएगी
- विधान परिषद में आश्वासन
- उत्पादन शुल्क मंत्री देसाई का बयान
- चार निरीक्षकों का तबादला न होने के आरोपों की जांच की जाएगी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के मुंबई और ठाणे में कार्यरत चार निरीक्षकों की एक पद पर नौ साल की सेवा पूरी होने के बाद भी तबादला न होने के आरोपों की जांच की जाएगी। इसके बाद संबंधित निरीक्षकों के तबादले के बारे में उचित फैसला लिया जाएगा। विधान परिषद में राज्य के उत्पादन शुल्क मंत्री शंभुराज देसाई ने यह आश्वासन दिया। बुधवार को सदन में कांग्रेस के सदस्य भाई जगताप ने चार निरीक्षकों का तबादला न होने का मुद्दा उठाया था। जगताप ने आखिर किसके मेहरबानी से निरीक्षक 9 सालों से मलाईदार पदों पर बने हुए हैं। इस बीच भाजपा सदस्य प्रवीण दरेकर ने निरीक्षकों की एसीबी से जांच करने की मांग की। इसके जवाब में देसाई ने कहा कि सदन में जगताप द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर चार निरीक्षकों का तबादला न होने के आरोपों की स्वतंत्र रूप से जांच कराई जाएगी। इसके बाद उनके बारे में उचित फैसला लिया जाएगा। इस बीच देसाई ने बताया कि उत्पादन शुल्क विभाग में 254 मंजूर हैं। जिसमें से 201 पद कार्यरत हैं। इस साल 61 अधिकारी तबादले के लिए पात्र थे। इसमें से 42 अधिकारियों का तबादला उनके पंसद के अनुसार हुआ है। 14 तबादले अधिकारियों के आग्रह पर हुए हैं। जबकि 10 तबादले प्रशासनिक कारणों से हुई है। देसाई ने कहा कि सभी अधिकारियों का तबादला नियमों के अनुसार हुआ है। इसलिए बिना जांच के किसी अधिकारी का तबादला रद्द नहीं किया जाएगा।