छह सालों में 7 हजार 516 माता मृत्यु हुई है- सावंत

  • 129 महिलाओं की मौत प्रसूति के दौरान मौत
  • स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने दी जानकारी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-03 16:01 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में साल 2017 से साल 2022 (दिसंबर तक) के बीच 7 हजार 516 माता मृत्यु हुई है। इसमें से 129 महिलाओं की मौत प्रसूति के दौरान हुई है। विधान परिषद में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने यह जानकारी दी। शिवसेना (उद्धव गुट) के सदस्य विलास पोतनीस ने प्रसूति के दौरान होने वाली मौत को रोकने के बारे में सवाल पूछा था। इसके जवाब में सावंत ने कहा कि पश्चिम महाराष्ट्र में साल 2017 से साल 2022 के बीच 1 हजार 367 माता मृत्यु हुई है। जिसमें से 10 महिलाओं की मृत्यु प्रसूति के समय हुई है। सावंत ने बताया कि ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में अस्पताल में प्रसूति के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। इससे घर में होने वाली प्रसूति का प्रमाण कम हुआ है। घर में ज्यादा प्रसूति होने वाले 10 तहसीलों में गर्भवती महिलाओं को एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं होने पर आशा सेविकाओं को एक हजार रुपए अग्रिम निधि उपलब्ध कराई जाती है। इससे आशा सेविकाएं गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में ले जाती हैं। एनीमिया और रक्त की कमी वाली गर्भवती महिलाओं की अलग से सूची बनाकर उन्हें सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं। इसके अलावा माता मृत्यु टालने के लिए सरकार जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम सहित अन्य कई योजनाओं को लागू किया जाता है।


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