आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए अमृत संस्था को देंगे डेढ़ सौ करोड़ - उपमुख्यमंत्री
- अमृत संस्था को देंगे डेढ़ सौ करोड़
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए मदद
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के उन्नति के लिए अमृत संस्था को डेढ़ सौ करोड़ रुपए उपलब्ध कराया जाएगा। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अमृत संस्था के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर समूहों के लिए शैक्षणिक योजना, स्वयं रोजगार के लिए प्रशिक्षण, नौकरी के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों को यूपीएससी और एमपीएससी पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए यह राशि प्रदान की जाएगी। गुरुवार को राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में फडणवीस ने अमृत संस्था की समीक्षा बैठक की। राज्य में खुल वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए महाराष्ट्र संशोधन, उन्नति व प्रशिक्षण प्रबोधिनी (अमृत) संस्थान की स्थापना की गई है। फडणवीस ने कहा कि केंद्रीय लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) और महाराष्ट्र राज्यसेवा आयोग (एमपीएससी) की मुख्य परीक्षा के लिए चयनित अभ्यर्थियों को स्टाइपेंट देने, कौशल्य विकास द्वारा रोजगार उपलब्ध कराने, आर्थिक विकास के लिए स्वयंरोजगार प्रोत्साहन और प्रशिक्षण कार्यक्रम लागू करने के निर्देश भी दिए हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत संस्था के कामकाज को प्रभावी रूप से चलाने के लिए प्रबंध निदेशक के अलावा बाकी मानव संसाधन आउटसोर्सिंग के जरिए भरा जाए। आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए उद्योग, व्यवसाय, नौकरी, उच्च शिक्षा के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू किया जाए। इस बैठक में अमृत संस्था के प्रबंध निदेशक विजय जोशी, राज्य के अन्य पिछड़ा बहुजन कल्याण विभाग की सचिव अंशु सिन्हा, नियोजन विभाग के उपसचिव प्रसाद महाजन, श्रम विभाग के उपसचिव दीपक पोकले उपस्थित थे।