जबलपुर: जबलपुर की दो वीरांगनाओं ने प्रदान किया गौरव
- बलिदान दिवस पर सीएम ने किया संबोधित
- कांग्रेस ने महापुरुषों के बलिदान को दबाने का काम किया है।
- देश के सबसे मजबूत स्तंभ किसान को सम्मानित करने का काम किया है
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। व्यक्ति का जीवन कुछ समय का होता है, पर उसका नाम अमर हो जाता है। इतिहास में अपना नाम अमर करने वाली दो वीरांगनाएँ रानी दुर्गावती एवं रानी अवंतीबाई लोधी जबलपुर की ही माटी की थीं और इस बात का गर्व है कि उन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए हँसते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। दोनों वीरांगनाओं ने हमें गौरव प्रदान किया।
रानी अवंतीबाई ने 167 वर्ष पूर्व देश की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी एवं लड़ते हुए अपने प्राण त्याग दिए। उनका बलिदान हमारी आने वाली पीढ़ी के समक्ष जीवंत हो, इसके लिए हमने उनके सम्मान में उनका बलिदान दिवस आने के पूर्व ही सागर में रानी अवंतीबाई के नाम से विश्वविद्यालय की घोषणा कर दी।
यह बात मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बुधवार को वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी के बलिदान दिवस पर बरगी के पास स्थित नया नगर में आयोजित धर्म रक्षा संकल्प कार्यक्रम में जनता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने महापुरुषों के बलिदान को दबाने का काम किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति लाकर पुनः उनके बलिदान को, उनके गौरव को याद करते हुए बच्चों को उन महापुरुषों की गौरवगाथा से जोड़ने का काम किया।
देश को परिवार मानते हैं प्रधानमंत्री-
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री गरीबी से गुजर कर यहाँ पहुँचे हैं। वह हर वर्ग की पीड़ा समझते हैं एवं पूरे देश को परिवार मानते हैं, इस कारण उन्होंने भारत को मजबूत करने का काम किया है, क्योंकि उनका मानना है कि जब समाज के सभी वर्ग मजबूत होंगे, तभी देश मजबूत होगा।
उन्होंने देश के सबसे मजबूत स्तंभ किसान को सम्मानित करने का काम किया है, उन्हें किसान सम्मान निधि देते हैं, क्योंकि किसान अपने खून को पसीना बनाकर खेतों में डटा रहता है। मुझे भी गर्व है कि में भी किसान का बेटा हूँ।
जनसभा को लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, मंत्री प्रहलाद पटेल व विधायक नीरज सिंह ने संबोधित किया। इस अवसर पर आशीष दुबे, सुभाष रानू तिवारी, प्रतिभा सिंह, रविकरण साहू, अनिल तिवारी आदि मौजूद रहे।
सर्किट हाउस पहुँचे सीएम-
नया नगर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद रात्रि लगभग 10 बजे मुख्यमंत्री जबलपुर पहुँचे। सीएम से मिलने शहर के जनप्रतिनिधियों के साथ कार्यकर्ता भी पहुँचे, जिनसे उन्होंने चर्चा की। सीएम ने रात्रि विश्राम सर्किट हाउस में किया। वे आज सुबह 8:30 बजे डुमना से भोपाल के लिए रवाना होंगे।