जबलपुर: खेत में बनी झोपड़ी में दंपति ने लगाई फाँसी
- कटंगी के ग्राम रसुइया की दर्दनाक घटना, गाँव में सनसनी, ग्रामीण स्तब्ध
- घटना को लेकर परिवार में जहाँ मातम का माहौल है, वहीं गाँव में सन्नाटा पसरा है।
- प्रारंभिक जाँच में आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पाटन थाना क्षेत्र के ग्राम रसुुइया निवासी दुल्ली चौधरी उम्र 55 वर्ष व उसकी पत्नी लायची बाई उम्र 50 वर्ष ने खेत में बनी झोपड़ी में फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने वाले दम्पति ने गाँव के बाहर स्थित खेत की तकवारी के लिए एक झोपड़ी बनाई थी।
रविवार की रात दोनों के घर नहीं पहुँचने पर उनका बेटा खेत पहुँचा तो वहाँ उसके माँ और पिता फंदे पर लटके हुए थे। इस घटना को लेकर गाँव में सनसनी फैल गयी और घटना स्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी। उधर देर रात घटना की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुँची। प्रारंभिक जाँच में आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम रसुइया निवासी साेनू चौधरी ने पुलिस को बताया कि गाँव के बाहर खेत की तकवारी करने के लिए एक झोपड़ी बनाकर उसके पिता दुल्ली चौधरी व माँ लायची बाई रहते थे और वहाँ आते जाते थे।
रविवार की सुबह उसकी माँ खेत गयी थी जाे वापस नहीं लौटी। जानकारी लगने पर पति दुल्ली अपनी पत्नी को देखने के लिए खेत की ओर गया लेकिन वह भी वापस घर नहीं लौटा। इस बीच गाँव की नदी में मछली मारने गए सोनू चौधरी को रात में खबर मिली कि उसके माता-पिता खेेत से वापस नहीं लौटे हैं, तो वह उनकी तलाश करने खेत पहुँचा। वहाँ पर झोपड़ी में उसके माँ व पिता मृत अवस्था में फंदे पर लटके हुए थे।
नहीं हो सके परिजनों के बयान
पुलिस का कहना था कि सोमवार को पीएम होने के बाद शव परिजनों को हवाले किया गया और दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसके चलते परिजनों के बयान दर्ज नहीं हो सके। परिजनों के बयान न होने से इसका खुलासा नहीं हो सका कि दम्पति ने आत्मघाती कदम क्यों उठाया।
गाँव में पसरा सन्नाटा
घटना को लेकर परिवार में जहाँ मातम का माहौल है, वहीं गाँव में सन्नाटा पसरा है। टीआई पूजा उपाध्याय का कहना है कि घटना के कारणों का पता लगाने के लिए ग्रामीणों से पूछताछ की गयी लेकिन अभी कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। वहीं परिजनों से पूछताछ के बाद ही कारणों का पता चल सकेगा।