संगठनों ने लगाया आरोप: जाँच के नाम पर धूल झोंक रहा निगम प्रशासन
- यूनिपोल की जाँच डेढ़ महीने से लटकी, नहीं सौंपे दस्तावेज
- जाँच समिति गठित कर नागरिकों की आँखों में धूल झोंकना चाहता है।
- हकीकत में नगर निगम प्रशासन नियम विरुद्ध और खतरनाक यूनिपोल और होर्डिंग की जाँच नहीं कराना चाहता।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में जगह-जगह नियम विरुद्ध और खतरनाक यूनिपोल व होर्डिंग की जाँच डेढ़ माह से लटकी है। नगर निगम प्रशासन ने जाँच समिति का गठन तो कर दिया, लेकिन अभी तक समिति को यूनिपोल और होर्डिंग से संबंधित आवश्यक दस्तावेज नहीं सौंपे हैं। इससे अभी तक जाँच का काम शुरू नहीं हो पाया है।
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच, भारतीय वरिष्ठ नागरिक एसोसिएशन, सेवानिवृत्त डिप्लोमा इंजीनियर संघ, सीनियर सिटीजन वेलफेयर एसोसिएशन, पेंशनर समाज और महिला समिति ने आरोप लगाया है कि हकीकत में नगर निगम प्रशासन नियम विरुद्ध और खतरनाक यूनिपोल और होर्डिंग की जाँच नहीं कराना चाहता।
जाँच समिति गठित कर नागरिकों की आँखों में धूल झोंकना चाहता है। हैरान करने वाली बात यह है कि जाँच समिति के अध्यक्ष अपर आयुक्त आरपी मिश्रा ने दो बार पत्र भेजकर होर्डिंग शाखा से दस्तावेज माँगे, लेकिन अभी तक जाँच समिति को दस्तावेज नहीं दिए गए हैं।
15 दिन का अल्टीमेटम
संगठनों ने निगम प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है कि यदि 15 दिन के भीतर यूनिपोल और होर्डिंग के मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर डॉ. पीजी नाजपांंडे, रजत भार्गव, एडवोकेट वेदप्रकाश अधौलिया, टीके रायघटक, डीके सिंह, जीपी विश्वकर्मा, उमेश दुबे, सुशीला कनौजिया, उमा दाहिया, सुभाष चंद्रा, केसी सोनी, पीएस राजपूत, संतोष श्रीवास्तव, डीआर लखेरा, सतीश राय, एसके खरे, एचके विश्वकर्मा और राममिलन शर्मा मौजूद थे।