कार्रवाई को लेकर उठे सवाल: बरामदे में काटी जा रही थीं सागौन की लकड़ियाँ

  • शहपुरा के कूलर भीटा गाँव में वन विभाग की टीम ने दी थी दबिश
  • वन विभाग की टीम औपचारिकता पूरी करके लौट गई।
  • सूत्रों की मानें तो मौके पर काफी संख्या में सागौन के कटे पेड़ रखे हुए थे।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-09 13:20 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। राजमार्ग के जंगलों से अवैध रूप से काटकर लाई गईं सागौन की लकड़ियों से फर्नीचर बनाने की सूचना पर वन विभाग की टीम ने गुरुवार दोपहर शहपुरा के कूलर भीटा गाँव में दबिश दी।

सूत्रों के अनुसार एक घर के बरामदे में आरा मशीन लगाकर लाखों की सागौन को काटकर फर्नीचर बनाया जा रहा था। सूत्रों की मानें तो मौके पर काफी संख्या में सागौन के कटे पेड़ रखे हुए थे। लेकिन फॉरेस्ट टीम ने महज 11 नग पटिए जब्त करके मामले को रफादफा कर दिया।

इस संबंध में जब शहपुरा रेंजर सोनम जैन से संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। सूत्रों के अनुसार कार्रवाई के दौरान क्षेत्र के एक प्रभावशाली नेता ने आरोपियों के बचाव में वन विभाग की टीम पर दबाव बनाया था, जिसको लेकर काफी देर तक गहमागहमी का माहौल निर्मित रहा और यही वजह थी कि वन विभाग की टीम औपचारिकता पूरी करके लौट गई।

धड़ल्ले से हो रही सागौन की कटाई

सूत्रों के मुताबिक जबलपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में सीमावर्ती जंगलों में प्रतिदिन सागौन की लकड़ियों की अवैध कटाई धड़ल्ले से हो रही है।

ग्रामीणों का कहना है कि बारिश के दौरान तो सागौन की तस्करी का काम और भी तेजी से होता है, जिसके संबंध में लगातार शिकायतें भी होती हैं, लेकिन पुलिस और वन विभाग महज औपचारिकता के लिए कार्रवाइयाँ करते हैं।

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