दोहरा हत्याकांड: गैस कटर से लोहे का दरवाजा काटकर अंदर घुसा था मुकुल
- करीबियों से पूछताछ के बाद भी पुलिस को अब तक नहीं लगा कोई सुराग
- आरोपी इतना शातिर था कि सबूत मिटाने के लिए उसने हैंड ग्लव्ज पहन रखे थे
- पुलिस को मुकुल व मृतक की नाबालिग बेटी की लोकेशन नहीं मिल पा रही है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित मिलेनियम काॅलोनी में रेलवे अधिकारी राजकुमार विश्वकर्मा उम्र 52 वर्ष और उनके 9 वर्षीय मासूम बेटे तनिष्क की हत्या के आरोपियों का अभी तक कोई सुराग नहीं लग सका है।
आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस मुकुल व मृतक के करीबियों से पूछताछ कर रही है, लेकिन ऐसी कोई जानकारी नहीं लगी जिससे कातिल को पकड़ा जा सके।
उधर जाँच में पता चला है कि आरोपी मुकुल वारदात की रात क्वार्टर के ऊपरी हिस्से के लोहे के दरवाजे को गैस कटर से काटकर अंदर घुसा था। जानकारी के अनुसार मृतक राजकुमार को अपनी नाबालिग बेटी और मुकुल के संबंधों की जानकारी थी।
उन्हें यह भी पता था कि उनकी बेटी किसी भी दिन घर से भाग सकती है। इसलिए वे उस पर सख्त पहरा रखते थे। अगर वे घर से बाहर जाते थे तो दरवाजे पर ताला लगाकर जाते थे और रात में भी दरवाजे पर ताला लगाकर चाबी अपनी तकिया के नीचे रखकर सोते थे।
उनकी बेटी से इस बात की जानकारी लगने पर मुकुल योजना बनाकर मृतक के क्वार्टर पहुँचा था। उसने गैस कटर की मदद से लोहे का दरवाजा काटा और फिर क्वार्टर के अंदर प्रवेश कर राजकुमार की हत्या की।
शोरगुल होने पर बेटा वहाँ पहुँचा तो उसकी भी हत्या कर दी गयी। आरोपी इतना शातिर था कि सबूत मिटाने के लिए उसने हैंड ग्लव्ज पहन रखे थे ताकि कहीं भी उसके फिंगर प्रिंट न आ सकें।
नहीं मिल रही लोकेशन
ज्ञात हो कि पुणे के एक रेस्टाॅरेंट में ऑनलाइन पेमेंट किए जाने की जानकारी लगने के बाद पुलिस की टीम सोमवार को पुणे पहुँची थी, लेकिन वहाँ उनका काेई सुराग नहीं लगा। वहीं उसके बाद से लगातार उक्त मोबाइल बंद है जिससे पुलिस को मुकुल व मृतक की नाबालिग बेटी की लोकेशन नहीं मिल पा रही है।