Jabalpur News: सतपुला ब्रिज की ढलान पर सड़क के धुर्रे उड़े, रोजाना गिरकर घायल हो रहे नागरिक
- जीसीएफ प्रबंधन ने 2 किलोमीटर हिस्से में सड़क बनाने की नहीं दी अनुमति
- क्षेत्रीय नागरिक कई बार जीसीएफ प्रबंधन से बातचीत कर चुके हैं
- लगातार हो रही दुर्घटना को देखते हुए नगर निगम ने यहाँ पर सड़कों पर गड्ढे भरवाए।
Jabalpur News: घमापुर से राँझी मार्ग के बीच में स्थित सतपुला ब्रिज की ढलान पर सड़क के धुर्रे उड़ गए हैं। सड़क खराब होने के कारण यहाँ पर रोज हादसे हो रहे हैं। यह सड़क गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) के क्षेत्र में आती है। इसके बाद भी जीसीएफ प्रबंधन सड़क का सुधार कार्य नहीं करा रहा है। नागरिकों का कहना है कि जीसीएफ प्रबंधन को जल्द ही सतपुला ब्रिज की ढलान की सड़क का सुधार कार्य कराना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी ने वर्ष 2022 में घमापुर से राँझी तक फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य कराया था। जीसीएफ प्रबंधन ने उनके क्षेत्र में जीसीएफ चुंगी चौकी से सतपुला ब्रिज होते हुए गोकलपुर तक सड़क निर्माण करने की अनुमति नहीं दी। स्मार्ट सिटी ने घमापुर से जीसीएफ चुंगी चौकी तक और गोकलपुर से राँझी तक फोरलेन सड़क का निर्माण करा दिया। जीसीएफ प्रबंधन से अनुमति नहीं मिलने के कारण स्मार्ट सिटी ने जीसीएफ चुंगी चौकी से गोकलपुर तक के 2 किलोमीटर के हिस्से को छोड़ दिया।
गोकलपुर से शोभापुर मोड़ तक नगर निगम ने भरवाए गड्ढे
गोकलपुर से शोभापुर मोड़ तक की सड़क भी जीसीएफ के हिस्से में आती है। यहाँ पर सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए थे। यहाँ पर वाहन चलाना भी मुश्किल हो रहा था। लगातार हो रही दुर्घटना को देखते हुए नगर निगम ने यहाँ पर सड़कों पर गड्ढे भरवाए। इसके बाद नागरिकों को राहत मिल पाई।
2 किलोमीटर का हिस्सा हो गया जर्जर
क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है कि घमापुर से राँझी तक फोरलेन सड़क का निर्माण हो चुका है, लेकिन जीसीएफ चुंगी चौकी से गोकलपुर तक 2 किलोमीटर का हिस्सा जर्जर हो गया है। जीसीएफ चुंगी चौकी से राम मंदिर तक सड़क के परखच्चे उड़ चुके हैं। जीसीएफ राम मंदिर में रामनवमी और जन्माष्टमी पर मेला भरता है। सतपुला ब्रिज की ढलान से लेकर पनेहरा पेट्रोल तक का हिस्सा भी जीर्ण-शीर्ण हो गया है। क्षेत्रीय नागरिक कई बार जीसीएफ प्रबंधन से बातचीत कर चुके हैं, हर बार जीसीएफ प्रबंधन बजट की कमी बताकर अपना पल्ला झाड़ लेता है।
खुद काम नहीं करते, लगाते हैं अड़ंगा
गोकलपुर वार्ड के पूर्व पार्षद राजेश यादव का कहना है कि घमापुर से राँझी तक की सड़क पीडब्ल्यूडी की है। पूर्व में यहाँ पर सड़क निर्माण का काम पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जाता था। अब यह सड़क नगर निगम को ट्रांसफर हो चुकी है। जीसीएफ प्रबंधन अपने क्षेत्र में न तो सड़क निर्माण कर रहा है, न ही नगर निगम को सड़क बनाने दे रहा है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। श्री यादव ने कहा है कि इस मामले में वरिष्ठ अधिकारियों को हस्तक्षेप कर सड़क निर्माण का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए।
जीसीएफ चुंगी चौकी से लेकर गोकलपुर तक सड़क का 2 किलोमीटर हिस्सा जीसीएफ के क्षेत्र में आता है। जीसीएफ प्रबंधन ने 2 साल पहले यहाँ पर स्मार्ट सिटी को सड़क निर्माण की अनुमति नहीं दी थी। इसके कारण यहाँ पर सड़क निर्माण नहीं हो पाया।
- कमलेश श्रीवास्तव, प्रभारी अधीक्षण यंत्री, ननि