Jabalpur News: आज मटर आया है, कल फल और सब्जियाँ भी आएँगी

  • औरिया स्थित नवीन मंडी में शुरू हुई मटर खरीदी, न जाम का झंझट और न ही ईंधन की बर्बादी, 80 से अधिक किसान पहुँचे
  • प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में सोमवार से औरिया स्थित नवीन मंडी में मटर खरीदी शुरू हो गई।
  • काँटा व्यापारी और पल्लेदार सहित सभी किसानों के सहयोग से मटर विक्रय सुचारु रूप से संचालित किया जा रहा है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-12-03 13:11 GMT

Jabalpur News: शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने और हजारों लोगों को जाम से मुक्ति दिलाने की कवायद के तहत ही सोमवार से औरिया में नई मटर मंडी का शुभारंभ िकया गया। इस दौरान मौके पर मौजूद अनुविभागीय अधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि आज हरे-हरे मटर देखकर जो खुशी मिल रही है वह जल्द ही डबल हो जाएगी, जब यहाँ फल और सब्जियाँ भी आने लगेंगी। इससे न केवल किसानों को लाभ होगा बल्कि उन्हें जाम से मुक्ति मिलेगी और आम जनता को भी राहत महसूस होगी।

प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में सोमवार से औरिया स्थित नवीन मंडी में मटर खरीदी शुरू हो गई। नवीन मंडी को लेकर किसानों के साथ-साथ व्यापारियों में भी भरपूर उत्साह देखने को मिला। मंडी प्रांगण में मौजूद अनुविभागीय अधिकारी श्री सिंह ने बताया कि पहले दिन लगभग 70 से 80 किसान अपने मटर लेकर विक्रय करने आए। काँटा व्यापारी और पल्लेदार सहित सभी किसानों के सहयोग से मटर विक्रय सुचारु रूप से संचालित किया जा रहा है।

एक साल में आकार ले लेगी पूरी मंडी

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा मटर मंडी के समीप स्थित सवा सौ एकड़ भूमि चिन्हित कर सब्जी एवं फल मंडी को भी एक साल के भीतर स्थापित करने की योजना तैयार की जा रही है, साथ ही आने वाले समय में मटर मंडी में शेड निर्माण का कार्य भी जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा। श्री सिंह ने मंडी की आधारभूत जानकारी देते हुए बताया कि यह मंडी बिजली एवं पानी की समुचित व्यवस्था से युक्त है। मंडी में आने-जाने के लिए दो रास्तों को तैयार किया गया है, साथ ही किसानों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए मजबूत फर्श का निर्माण भी मंडी स्थल पर किया गया है।

किसानों ने ली राहत की साँस

किसान रामेश्वर घुर्रक ने बताया कि वे 80 बोरी मटर बेचने के लिए नई मंडी आए हैं। इससे पहले शहर के अन्दर मंडी होने के कारण किसानों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता था। मंडी देर से पहुँचने के कारण माल कम दाम पर बेचना पड़ता था, जिसके कारण मोटा मुनाफ़ा नहीं होता था। रामेश्वर ने बताया कि शहर से बाहर मंडी को औरिया में स्थापित करने के प्रशासन के निर्णय से किसानों में ख़ुशी की लहर है। यह निर्णय किसानों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा।

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