ट्रेलर रिलीज: नारी संवेदना और संघर्ष की कहानी है फिल्म अलबेली

नारी संवेदना और संघर्ष की कहानी है फिल्म अलबेली
  • संघर्ष की कहानी है फिल्म अलबेली
  • फिल्म में म्यूजिक उमेश गिरि ने दिया है
  • अलबेली की केंद्रीय भूमिका में अभिनेत्री अनुजा सहाय

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नारी के जीवन में अनेक चुनौतियाँ हैं, मजबूत विश्वास व आत्मबल के चलते वह हमेशा ही उनसे लड़ती है, अपनी राह बनाने के लिए संघर्ष करती है। नारी की संवेदना और संघर्ष के बावजूद सशक्त नारी शक्ति को दर्शाती एक ऐसी फिल्म है "अलबेली', जिसमें नारी अपने संघर्षों से उभरकर सशक्त नारी होने का संदेश देती है, यह इस फिल्म का सशक्त पक्ष है जो दर्शकों को अंत तक बाँधे रखता है।

सस्पेंस एवं थ्रिलर फिल्म "अलबेली' का ट्रेलर 5 से 11 दिसंबर तक खजुराहो में आयोजित होने जा रहे खजुराहो अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार इसकी कहानी राजस्थान की पृष्ठभूमि पर आधारित है। यह कालबेलिया जनजाति की एक लोक नर्तकी पर केंद्रित है। फिल्म की नायिका अलबेली को कालबेलिया नृत्य का शौक है और वह इसे अपनी खुशी के लिए करती है। वहीं उसका पिता अपनी गलत आदतों के चलते उसकी इस कला को सामंत की महफिलों की सजावट की वस्तु बनाना चाहता है। इसके खिलाफ वह जिद और जुनून तक संघर्ष करती दिखाई देती है।

कामाख्या स्टूडियो व मंगलश्री प्रोडक्शन्स के संयुक्त बैनर तले बनी संजय कुमार अग्रवाल व उमेश गिरि की यह फिल्म विषय को बहुत ही संतुलित ढंग से उकेरती है। सत्येंद्र चौहान के निर्देशन में बनी फिल्म के पटकथा और संवाद भी काफी प्रभावी हैं। अलबेली की केंद्रीय भूमिका में अभिनेत्री अनुजा सहाय के सशक्त अभिनय ने जान फूँक दी है। फिल्म में अलबेली अपने अंतिम सामर्थ्य तक नारी शोषण एवं सामंतों के खिलाफ संघर्ष करती दिखाई देती है। स्वाधीनता संग्राम में 1857 की विलक्षण क्रांति के साक्षी राजस्थान के आऊवा किले में शूट की गई फिल्म की फोटोग्राफी व कोरियोग्राफी भी देखते ही बनती है, संगीत उमेश गिरि ने दिया है।

Created On :   3 Dec 2024 6:11 PM IST

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