जबलपुर: भाजपा नेता और थाना प्रभारी की लड़ाई के चलते खुल रही अवैध खनन की पोल

  • नेता ने कलेक्टर को दी शिकायत में कहा- टीआई की साँठगाँठ से हो रहा अवैध खनन
  • रोजाना करीब 12 लाख से अधिक की रेत अवैध तरीके से निकाली जा रही है।
  • भाजपा नेता ने कलेक्टर को कुछ वीडियो भी सौंपे हैं जिसमें रेत की अवैध निकासी दिखाई गई है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-14 13:05 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। बरेला और बरगी के मिले-जुले क्षेत्र में हो रहे रेत, मुरुम और हार्ड मुरुम के अवैध खनन का खुलासा जबलपुर जनपद उपाध्यक्ष और भाजपा नेता तथा बरेला थाना प्रभारी की आपसी लड़ाई में हो रहा है। जनपद उपाध्यक्ष ने कलेक्टर दीपक सक्सेना को दी लिखित शिकायत में कहा कि थाना प्रभारी की देखरेख में जमकर अवैध खनन िकया जा रहा है।

नर्मदा को छलनी करते हुए मशीनों के जरिए नदी के अंदर से रेत निकाली जा रही है और रोजाना लाखों रुपयों की रेत और मुरुम अवैध तरीके से बाहर भेजी जा रही है। कलेक्टर ने मामले की जाँच के निर्देश खनिज विभाग को दिए हैं।

जबलपुर जनपद उपाध्यक्ष भाजपा नेता रामेश्वर साहू ने कलेक्टर को लिखित शिकायत देकर आरोप लगाया है कि बरेला के आसपास नर्मदा नदी में जमकर अवैध उत्खनन कराया जा रहा है। उन्होंने साफ तौर पर आरोप लगाया है कि इसमें थाना प्रभारी की मिलीभगत है।

शिकायत पर कलेक्टर ने संज्ञान लिया है और जाँच के निर्देश खनिज विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। दूसरी ओर बरेला थाना प्रभारी का कहना है कि जनपद उपाध्यक्ष और भाजपा नेता के खिलाफ मारपीट और शासकीय काम में बाधा डालने जैसे आरोप हैं, कोर्ट ने एक मामले में वारंट भी जारी किया है जिसको लेकर पुलिस भाजपा नेता की तलाश में जुटी हुई है।

नर्मदा से रोजाना निकल रही लाखों की रेत

रामेश्वर साहू ने कलेक्टर को दी शिकायत में बताया कि नर्मदा से खुलेआम अवैध खनन हो रहा है। रोजाना सिलुआ और चारघाट से रात में मशीन द्वारा लगातार रेत निकाली जा रही है और डम्पर तथा हाइवा के जरिए इस रेत की निकासी थाना प्रभारी के निर्देश पर होती है।

रोजाना करीब 12 लाख से अधिक की रेत अवैध तरीके से निकाली जा रही है। भाजपा नेता ने कलेक्टर को कुछ वीडियो भी सौंपे हैं जिसमें रेत की अवैध निकासी दिखाई गई है।

खनिज विभाग का काम पुलिस कैसे करे

इस पूरे मामले में बरेला थाना प्रभारी जितेन्द्र पाटकर का कहना है कि खनिज विभाग सक्षम है और यदि अवैध खनन हो रहा है तो विभाग कड़ी कार्रवाई करता है। रामेश्वर साहू बेवजह के आरोप लगा रहे हैं। उन्हें विधायक जैसा प्रोटोकॉल चाहिए जो पुलिस नहीं दे सकती है।

उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। उनके आरोप पर जाँच भी हुई थी जिसमें अवैध खनन नहीं पाया गया।

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