टेलीकाॅम फैक्ट्री भूमि: सही आकलन हो तो ईकोलॉजी पार्क का रास्ता खुलेगा
- स्टेट रिसर्च इंस्टीट्यूट से कराया जाए पेड़ों की जैव विविधता का सर्वे
- हरियाली से भरपूर जंगल का साइंटिफिक इवैल्युएशन किया जाना जरूरी है।
- जबलपुर के स्टेट फाॅरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा किये गये सर्वे को आधिकारिक माना जायेगा।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। टेलीकाॅम फैक्ट्री की भूमि का जो जंगल है और जो यहाँ पर जैव विविधता है उसका सटीक आकलन किया जाए तो ईकोलॉजी पार्क का रास्ता खुल सकेगा। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने नगरीय प्रशासन मंत्री से माँग की है कि स्टेट फाॅरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट से इसका पूरी तरह से मौलिक सर्वे कराया जाये।
हरियाली से भरपूर जंगल का साइंटिफिक इवैल्युएशन किया जाना जरूरी है। नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच ने इसको लेकर पत्र व्यवहार भी किया है। इस भूमि पर स्वत: निर्मित जंगल का यदि साइंटिफिक इवैल्युएशन किया जायेगा तो बहुत से वैज्ञानिक डाटा सामने आयेगा जिससे वहाँ पर ईकोलॉजी पार्क बनाना लगभग तय हो जाएगा।
जबलपुर के स्टेट फाॅरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा किये गये सर्वे को आधिकारिक माना जायेगा। मंच के पदाधिकारियों ने इसको लेकर बैठक का भी आयोजन किया जिसमें डॉ. पीजी नाजपांडे, रजत भार्गव, वेदप्रकाश अधौलिया, डीआर लखेरा, सुशीला कनौजिया आदि लोग उपस्थित थे।