जबलपुर: कोहरे से ट्रेन दुर्घटनाओं को रोकने उपयोग हो रहा फॉग सेफ्टी डिवाइस
- 1046 एफएसडी से ट्रेन सेवाओं में होगा सुधार
- रेल चालकों को हिदायत दी है कि नियम का उल्लंघन न करें
- देरी में कमी आएगी, सुरक्षा को और अधिक मिलेगा बढ़ावा
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। हर साल सर्दियों के महीनों में कोहरे के मौसम के दौरान विशेष रूप से उत्तरी हिस्सों मेें ट्रेनें प्रभावित होती हैं। रेल के सुचारु परिचालन के लिए कोहरे के मौसम के दौरान फॉग सेफ्टी डिवाइस (एफएसडी) का उपयोग किया जा रहा है। पश्चिम मध्य रेल के तीनों मंडलों जबलपुर, भोपाल और कोटा में कुल 1046 एफएसडी का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें जबलपुर मंडल में 346 एफएसडी, भोपाल मंडल में 299 एफएसडी एवं कोटा मंडल में 401 एफएसडी का उपयोग किया जा रहा है। गौरतलब है कि फॉग सेफ्टी डिवाइस एक जीपीएस आधारित नेविगेशन डिवाइस है जो लोको पायलट को घने कोहरे की स्थिति में ट्रेन चलाने में मदद करता है। यह लोको पायलटों को सिग्नल, लेवल क्राॅसिंग गेट, स्थायी गति प्रतिबंध, तटस्थ खंड जैसे निश्चित स्थलों के बारे में ऑन-बाेर्ड वास्तविक समय की जानकारी देता है। इस प्रणाली से करीब पाँच सौ मीटर तक ध्वनि संदेश के साथ-साथ अन्य संकेत मिलते हैं।
नियम न तोड़ें चालक
रेलवे ने इस डिवाइस को अनिवार्य उपकरणों में शामिल किया है। वहीं रेल चालकों को हिदायत दी है कि नियम का उल्लंघन न करें। पूरी तरह इस डिवाइस पर निर्भर न रहें।
एफएसडी की विशेषताएँ
{यह कोहरा, बारिश या धूप जैसे मौसमी स्थितियों से अप्रभावित रहता है।
{सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक और डीजल इंजनों, ईएमयू, एमईएस, डीईएमयू के लिए उपयुक्त है।
{यह 160 किमी प्रति घंटे तक की ट्रेन गति चलाने में भी सहायक साबित होता है।
{इसमें 18 घंटे बिल्ट-इन रिचार्जेबल बैटरी बैकअप है।
{लोको पायलट अपनी ड्यूटी फिर से शुरू करने पर डिवाइस को अपने साथ आसानी से लोकोमोटिव तक ले जा सकता है।