जबलपुर: शहर का विस्तार, अग्नि हादसे रोकने पर्याप्त नहीं इंतजाम
- जरूरत 16 फायर सब स्टेशनों की, नगर निगम वर्तमान में दो फायर सब स्टेशनों से चला रहा काम
- आईएसबीटी में फायर सब स्टेशन हैं, लेकिन यहाँ पर केवल एक-एक दमकल वाहन हैं।
- नगर निगम के 16 जोन कार्यालयों में फायर सब स्टेशन खोलने की जरूरत महसूस की जा रही है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। नगर निगम सीमा का तेजी के साथ विस्तार हो रहा है। 20 साल पहले नगर निगम में 60 वार्ड थे, जो अब बढ़कर 79 हो चुके हैं। इसके बाद भी अग्नि हादसे रोकने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं।
शहर में ऐसे कई हिस्से हैं, जहाँ पर फायर ब्रिगेड को पहुँचने में आधा से पौन घंटे का समय लगता है। ऐसे में नगर निगम के 16 जोन कार्यालयों में फायर सब स्टेशन खोलने की जरूरत महसूस की जा रही है।
वर्तमान में केवल रांझी और आईएसबीटी में फायर सब स्टेशन हैं, लेकिन यहाँ पर केवल एक-एक दमकल वाहन हैं।
लगातार बढ़ रहे हैं अग्नि हादसे
शहर और आसपास के क्षेत्रों में लगातार अग्नि हादसे बढ़ रहे हैं। वर्ष 2023-24 में आग लगने की 260 घटनाएँ हुईं। वर्ष 2022-23 में अग्नि हादसों की संख्या 245 थी, इसके पूर्व 2021-22 में 238 अग्नि दुर्घटनाएँ हुई थीं। इसके बाद भी फायर ब्रिगेड में कर्मचारी और संसाधन नहीं बढ़ाए जा रहे।
आउटसोर्स कर्मियों के भरोसे चल रहा विभाग
नगर निगम के दमकल विभाग में वर्तमान में 113 कर्मचारी कार्यरत हैं। इसमें एक फायर अधीक्षक, दो सहायक अधीक्षक और 7 फायरमैन हैं। इनके अलावा 31 विनियमित कर्मचारी और 72 आउटसोर्स कर्मचारी हैं।
जानकारों का कहना है कि दमकल विभाग आउटसोर्स कर्मचारियों के भरोसे चल रहा है। वर्तमान में नगर निगम के दमकल विभाग में 180 पद रिक्त हैं।
14 दमकल वाहन के भरोसे चल रहा शहर
नगर निगम के पास वर्तमान में 14 दमकल वाहन हैं। इनमें एक टर्न टेबल लैडर है, जो बड़े भवनों की आग बुझाने के लिए है। जानकारों का कहना है कि नगर निगम को अब 16 जोन कार्यालयों के अनुसार 32 दमकल वाहनों की जरूरत है, जो समय पर पहुँचकर आग बुझा सकें।
संसाधन बढ़ाने हो रहे प्रयास
शहर की जरूरत को देखते हुए दमकल विभाग में कर्मचारियों और संसाधनों को बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। इसके लिए पत्र व्यवहार भी किया जा रहा है।
-कुशाग्र ठाकुर, फायर अधीक्षक, नगर निगम