नहीं निकल रहा समाधान: गर्मी से अधिक भारी पड़ रहे बारिश में बिजली के बिल
- 20 से 30 फीसदी तक बढ़ कर आ रहे बिल
- बिजली दफ्तरों के चक्कर लगा रहे उपभोक्ता
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के उपभोक्ताओं को बिजली का बिल गर्मी से अधिक भारी बारिश में पड़ रहा है। अमूमन जब गर्मी में लोग एसी, कूलर, पंखे का अधिक उपयोग करते हैं तभी लोगों के घरों का बिजली बिल सालभर में सबसे अधिक आता है, लेकिन इस साल बारिश में भी गर्मी के जैसा बिजली का बिल आ रहा है। इससे आम उपभोक्ता परेशान हो रहे हैं। लोगों की शिकायतों का समाधान भी नहीं निकल रहा है। बिल सुधरवाने के लिए लोग बिजली कार्यालयों के चक्कर भी लगा रहे हैं।
इस साल लोगों के घरों के बिजली बिल पिछले दो माह से अधिक आ रहे हैं, जिससे वे परेशान हैं। कई लोगों के बिजली बिल 20 से 30 फीसदी तक बढ़ कर आए हैं। बिजली बिल से संबंधित शिकायतें भी लोगों द्वारा बिजली कंपनी को की गई हैं, लेकिन उपभोक्ताओं की सुनवाई नहीं हो रही है। इसके चलते लोग परेशान हो रहे हैं। दूसरी ओर बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि जुलाई, अगस्त और सितंबर माह से सुरक्षा निधि की राशि भी जमा कराई जाती है इसके कारण लोगों के बिजली बिल बढ़कर आते हैं।
बिल जमा नहीं करने से बढ़ गई राशि
बताया जाता है कि बिजली कंपनी द्वारा ऐसे उपभोक्ता जो साल में चार बार माह में निर्धारित समय पर बिल जमा नहीं करते हैं उनसे दो माह की अधिकतम खपत के अनुसार सुरक्षा निधि ली जाती है। वहीं यदि किसी उपभोक्ता की राशि पहले से जमा है। यह राशि डेढ़ महीने की अधिकतम खपत से ज्यादा है तो ऐसे उपभोक्ताओं को दिए जाने वाले बिलों में यह राशि तीन समान किस्तों में कम कर दी जाती है।
स्मार्ट मीटर लगने के बाद बढ़कर आ रहे बिल
कई उपभोक्ताओं के बिल बढ़कर आए हैं, उनका कहना है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद से बिजली का मासिक बिल बढ़कर आ रहा है। इस मामले में उपभोक्ता बढ़े बिल के लिए स्मार्ट मीटर को वजह बता रहे हैं। हालाँकि बिजली कंपनी का दावा है कि स्मार्ट मीटर निर्धारित लोड के आधार पर ही खपत दर्शाता है।
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के अध्यक्ष डॉ. पीजी नाजपांडे का कहना है कि बिजली बिलों को लेकर सही ढंग से मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। वहीं एक्सपर्ट एड. राजेन्द्र अग्रवाल का कहना है कि बिजली कंपनियाँ सुरक्षा निधि में बढ़ोत्तरी का कोई विवरण उपभोक्ताओं को उपलब्ध नहीं कराती हैं।
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी प्रबंधन ने जबलपुर, सागर, रीवा एवं शहडोल संभाग के अंतर्गत आने वाले सभी 21 जिलों के बिजली अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश जारी कर कहा है कि बिजली उपभोक्ताओं से प्राप्त होने वाली बिजली संबंधी शिकायतों का तत्काल निराकरण सुनिश्चित किया जाए, साथ ही बिजली कर्मी अपने फोन को सातों दिन 24 घंटे चालू रखें, साथ ही उपभोक्ताओं के फोन कॉल को अटैण्ड करें।
गौरतलब है कि बिजली कंपनी के मैदानी अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा बिजली उपभोक्ताओं के शिकायती फोन कॉल नहीं उठाए जाने को गंभीरता से लेते हुए विद्युत शिकायतों के तत्काल निराकरण एवं फोन कॉल अटैण्ड करने को लेकर विभागीय निर्देश जारी किए गए हैं।
साथ ही कहा कि निर्देशों की अवहेलना करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उपभोक्ता पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को विद्युत संबंधी किसी भी समस्या के लिए कंपनी के केन्द्रीयकृत कॉल सेन्टर 1912, स्मार्ट बिजली एप, वाॅट्स एप नंबर 9425807257, वेबसाइट www.mpez.co.in अथवा सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायत दर्ज कराकर निराकरण करा सकते हैं। साथ निकटतम विद्युत वितरण केन्द्र/जोन कार्यालय से भी संपर्क किया जा सकता है।