लोस चुनाव: सी-विजिल पर शिकायतें भी मजेदार, चुनाव है इसलिए सीए के एग्जाम आगे बढ़वाओ
- निर्वाचन अधिकारी भी पीट रहे माथा, जनहित की सुविधाओं का गलत उपयोग
- कलेक्ट्रेट की खाली कुर्सियों की ही फोटो डाल दी
- 3 संभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर निर्वाचन सम्बंधी आवश्यक निर्देश दिए
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। चुनाव में आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों पर लगाम कसने के लिए निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल एप लांच किया है। इसके तहत कोई भी नागरिक सीधे चुनाव आयोग को आचार संहिता उल्लंघन के फोटो, वीडियो और ऑडियो भेज कर शिकायत दर्ज करा सकता है।
अधिकांश शिकायतों का निराकरण 100 मिनट के भीतर किया जाता है, किन्तु जिले में इस एप को ही मजाक का विषय बना लिया गया है।
अभी तक केवल 10 शिकायतें ही इस एप के जरिए दर्ज कराई गई हैं। उनमें भी एक शिकायत है कि चुनाव चल रहे हैं और आदर्श आचार संहिता लागू है इसलिए सीए के एग्जाम की डेट आगे बढ़वाई जाए। एक शिकायतकर्ता ने अवकाश के दिनों की कलेक्ट्रेट की खाली कुर्सियों की फोटो ही अपलोड कर दी और लिखा कुछ नहीं।
विगत दिवस प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन का शहर आगमन हुआ और उन्होंने यहाँ 3 संभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर निर्वाचन सम्बंधी आवश्यक निर्देश दिए।
इसी दौरान उन्होंने सी-विजिल एप पर आने वाली शिकायतों के सम्बंध में भी चर्चा की। उन्हें लगा कि इस एप का प्रचार नहीं किया गया इसलिए इसमें शिकायतें नहीं आ रही हैं जबकि अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा चुनाव से लेकर वर्तमान तक सी-विजिल एप का पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया गया लेकिन लोगों की इसमें अधिक रुचि नहीं है।
इसी दौरान श्री राजन को बताया गया कि इस एप के जरिए किस प्रकार की मजेदार शिकायतें आ रही हैं।
अब तक कुल 214 अनुमतियाँ दी गईं
वहीं चुनावों के दौरान वाहन, रैली, कार्यालय आदि की अब तक 214 अनुमतियाँ जिला कार्यालय द्वारा दी गई हैं। सबसे अधिक अनुमतियाँ वाहनों की 172 प्रदान की गई हैं। इसके साथ ही रैली की 7, कार्यालय की 7, हेलीपेड की 1, सभाओं की 22 और मंच की कुल 5 अनुमतियाँ प्रदान की गई हैं।