जबलपुर: संबद्धता के लिए कॉलेजों को पूरे करने होंगे क्यूसीआई के मापदंड

  • मप्र मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी ने लिया निर्णय
  • क्वाॅलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया करेगी प्रदेश के कॉलेजाें का निरीक्षण
  • नए सत्र से होंगे लागू, सुधरेगी गुणवत्ता

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-06 11:39 GMT

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।  नर्सिंग समेत अन्य संकायों से जुड़े कॉलेजों में मापदंड पूरा न होने से जुड़ी गड़बड़ियाँ सामने आने के बाद अब मप्र मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी क्वाॅलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के द्वारा कॉलेजों का निरीक्षण कराएगी। यह व्यवस्था नए सत्र से शुरू करने की तैयारी है। कॉलेजों को संबद्धता प्रदान करने पहले होने वाला निरीक्षण मेडिकल यूनिवर्सिटी स्वयं अपनी टीम भेजकर कराती रही है, लेकिन कॉलेजों की गुणवत्ता सुधारने के लिए अब क्यूसीआई से निरीक्षण कराया जाएगा। प्रदेश भर के मेडिकल, नर्सिंग, पैरामेडिकल, डेंटल, आयुष समेत विभिन्न संकायों के 500 से ज्यादा कॉलेज इसकी जद में आएँगे। संबद्धता हासिल करने के लिए कॉलेजों को क्यूसीआई के मापदंडों पर खरा उतरना होगा, अन्यथा संबंधित सत्र की संबद्धता नहीं दी जाएगी।

विवि ने किया क्यूसीआई से टाईअप

रजिस्ट्रार डॉ. पुष्पराज बघेल ने बताया कि सत्र 2024-25 में संबद्धता के लिए जितने भी निरीक्षण किए जाने हैं, वे सभी क्वाॅलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया करेगी। विश्वविद्यालय ने इसके लिए क्यूसीआई से टाईअप किया है। क्यूसीआई की ओर से विवि को इस संबंध में प्रपोजल दिया गया था, जो कि विवि प्रबंधन द्वारा स्वीकार कर लिया गया है।

एडवांस तरीके से होता है निरीक्षण

एमयू प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार क्यूसीआई के निरीक्षण का तरीका एडवांस लेवल का है। निरीक्षण करने वाली टीम बॉडी कैमरा, जियो टैगिंग जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग करती है। निरीक्षण के दौरान मिली कमियाें का स्तर देखते हुए सुधार का मौका दिया जाता है और सुधार की गुंजाइश न होने पर संस्था को अपात्र घोषित कर दिया जाता है।

यह है क्यूसीआई की भूमिका

क्यूसीआई का काम परीक्षण, निरीक्षण और प्रमाणन निकायों की राष्ट्रीय मान्यता के माध्यम से देश में गुणवत्ता को बढ़ावा देना है। यह शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, पर्यावरण संरक्षण, शासन, सामाजिक क्षेत्रों, बुनियादी ढाँचा क्षेत्र और संगठित गतिविधियों के क्षेत्रों में गुणवत्ता मानकों के प्रचार, अपनाने और पालन में राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

बदलेगी कॉलेजों की स्थिति

बताया जाता है कि क्यूसीआई ने कॉलेजों के निरीक्षण के लिए उच्च मापदंड तय किए हैं, ऐसे में बिना मापदंड पूरे किए चल रहे कॉलेजों के सामने बड़ी चुनौती होगी। अधिकारियों का मानना है कि क्यूसीआई के निरीक्षण से कॉलेजों की स्थिति में आमूल-चूल परिवर्तन आएगा और इन्फ्रास्ट्रक्चर समेत शिक्षा की गुणवत्ता में बड़ा सुधार होगा। लखनऊ मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए भी क्यूसीआई कॉलेजों का निरीक्षण कर रही है।

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