जबलपुर: घर-घर में सर्दी-खाँसी के मरीज, ओपीडी में भी लगीं कतारें
- बच्चों से लेकर बड़े तक कफ एंड कोल्ड से परेशान
- विशेषज्ञों ने कहा बरतें सावधानी
- तापमान में बदलाव का असर मानव शरीर पर सीधे पड़ता है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। मौसम का मिजाज बदलने से दिन और रात के तापमान में अंतर आ रहा है। इससे लोगों की सेहत पर भी असर पड़ रहा है। नतीजा घर-घर में सर्दी-जुकाम से पीड़ित मरीज देखने मिल रहे हैं।
बड़ों के साथ बच्चे भी इसकी चपेट में हैं। सर्दी-जुकाम और गले में संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। वायरल बुखार होने पर मांसपेशियों में दर्द और कमजोरी की शिकायत भी मरीज कर रहे हैं। मेडिकल काॅलेज और जिला विक्टोरिया अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार इस समय मेडिसिन और चेस्ट ओपीडी में मरीजों की संख्या 10-20 प्रतिशत तक बढ़ गई है।
मौसम में बार-बार बदलाव हो रहा है। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है वे ऐसे मौसम में जल्दी सर्दी, जुकाम, बुखार से पीड़ित होते हैं। मरीजों को देख रहे चिकित्सकों के अनुसार सावधानी बरतने की जरूरत है। चिकित्सक इलाज के साथ सावधानी बरतने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने की सलाह दे रहे हैं।
रखें इन बातों का ध्यान
घर से निकलते समय शरीर को अच्छी तरह से ढक लें।
पानी को उबालकर प्रयोग में लाएँ।
गर्म खाद्य वस्तुओं का उपयोग करें।
सर्दी-जुकाम होने पर चिकित्सक से संपर्क करें।
सर्दी, खाँसी और बुखार के मरीज से उचित दूरी रखें।
संक्रमण से बचाव के लिए मास्क पहनें।
बच्चाें पर असर ज्यादा
जानकारों की मानें तो मौसम में परिवर्तन से सबसे ज्यादा बच्चों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। अस्पतालों में ओपीडी में आने वाले ज्यादातर बच्चे सर्दी, बुखार, उल्टी और दस्त की शिकायत लेकर आ रहे हैं। बुखार से पीड़ित कुछ व्यस्क मरीजों को साँस लेने में समस्या की शिकायत भी मिल रही है। छाती में संक्रमण के कारण समस्या हो रही है।
तापमान में बदलाव का असर
चिकित्सकों के अनुसार तापमान में बदलाव का असर मानव शरीर पर सीधे पड़ता है। बीते कुछ दिनों से तापमान में उतार-चढ़ाव देखने मिल रहा है, जिसके बाद सर्दी-जुकाम के मरीज बढ़े हैं। बच्चों में भी यह देखने मिल रहा है। ऐसे में समय पर उपचार लेना जरूरी है।
लगातार सामने आ रहे मरीज
जिला अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. आरके चौधरी ने बताया कि कॉमन कोल्ड और फ्लू के मरीज ओपीडी में लगातार आ रहे हैं। इसके अलावा डायबिटीज और हाइपरटेंशन के मरीजों की संख्या भी बढ़ी है।
जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. केके वर्मा ने बताया कि बच्चों में सर्दी-जुकाम के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। 3 दिन तक वायरल का असर रहता है।