जबलपुर: तत्काल टिकट पर दलालों का कब्जा, जनता हो रही परेशान, विजिलेंस का अता-पता नहीं
- कभी-कभी ही काॅमर्शियल व आरपीएफ द्वारा की जाती है कार्रवाई
- स्टेशन पर पदस्थ जिम्मेदार अधिकारी ही ठोस कार्रवाई कर रहे हैं
- विभाग में लंबे समय से पदस्थ होने के कारण भी कर्मचारियों द्वारा कार्रवाई में रुचि नहीं ली जा रही है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। रेलवे में काफी समय पहले से टिकट बुक करने के बाद भी कन्फर्म नहीं हो पा रही है। इस दौरान लोगाें को तत्काल काउंटर खुलने का इंतजार होता है, मगर जैसे ही तत्काल काउंटर खुलते हैं, उन पर भी मारामारी देखी जा रही है।
यह देख आम लोग लाइन लगाना भी पसंद नहीं कर रहे हैं। दूसरी ओर एक व्यक्ति को अनेक टोकन पर टिकट मिलते देख यह आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि तत्काल टिकट आम आदमी की पहुँच से दूर होकर अब दलालों के कब्जे में आ गई हैं।
काॅमर्शियल विभाग व आरपीएफ द्वारा समय-समय पर जबलपुर सहित अन्य स्टेशनों में कार्रवाई की जाती है, मगर रेलवे के विजिलेंस विभाग की भारी भरकम टीम इस ओर ध्यान नहीं दे रही है और न ही स्टेशन पर पदस्थ जिम्मेदार अधिकारी ही ठोस कार्रवाई कर रहे हैं, जिससे जनता के खाते में सिर्फ परेशानी आ रही है।
सीधे तौर पर कार्रवाई कर सकती है विजिलेंस
जानकारों का कहना है कि रेलवे के निर्माण कार्य से लेकर पार्सल, बुकिंग, रेल परिसर में किसी प्रकार की गड़बड़ी, रेल संपत्ति की चोरी, पार्किंग या फिर टिकट बुकिंग में भी किसी प्रकार की गड़बड़ी की आशंका के चलते विजिलेंस विभाग सीधे कार्रवाई कर सकता है।
मगर देखने में यह आ रहा है कि रेलवे के विजिलेंस विभाग में भारी टीम होने के बाद भी कहीं कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। चर्चा तो यह भी है कि इस विभाग में लंबे समय से पदस्थ होने के कारण भी कर्मचारियों द्वारा कार्रवाई में रुचि नहीं ली जा रही है।
काॅमर्शियल विभाग व आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई
यह बात अलग है कि काॅमर्शियल विभाग व आरपीएफ की संयुक्त टीम द्वारा अवैध वेंडरों, ऑनलाइन टिकट बुकिंग काउंटर पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन तत्काल बुकिंग काउंटर पर पैनी नजर नहीं रखे जाने के कारण दलालों द्वारा इसका पूरा लाभ लिया जा रहा है और लंबे समय से लाइन लगाकर खड़े होने के बाद भी आम लोगों को तत्काल का लाभ नहीं मिल पा रहा है।